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XEN बहादुर सिंह की APO की सच्चाई पर उठे सवाल : संदिग्ध डिग्रियों और भ्रष्टाचार की जांच की मांग

सूत्रों के अनुसार, बहादुर सिंह ने सहायक अभियंता (AE) से XEN पद पर पदोन्नति के लिए संदिग्ध डिग्रियों का उपयोग किया। राज्य सरकार और माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि नकली या अमान्य डिग्रियां पदोन्नति के लिए अमान्य हैं। इस मामले में ACB पहले ही उनकी डिग्रियों और पदोन्नति प्रक्रिया की जांच शुरू कर चुकी है।
इसके अतिरिक्त, CFCD के कार्य में ठेकेदार को अनुचित भुगतान, बिना दंड के समय विस्तार (time extension) जैसे गंभीर आरोप भी चर्चा का विषय बने हुए हैं। कहा जा रहा है कि बहादुर सिंह ने स्थानीय स्तर के प्रभावशाली व्यक्तियों और ठेकेदारों से सांठगांठ अनुचित तरीके से नियम विरुद्ध कार्य किया।
गौरतलब है कि उनकी कार्यशैली को लेकर विभागीय अधिकारियों ने भी आपत्ति जताई थी, जिसके बाद उन्हें APO किया गया। हालांकि, उनकी पदोन्नति और अन्य परियोजनाओं से जुड़े मुद्दों पर ACB की जांच लंबित है।
यह भी आरोप है कि उनकी पदोन्नति प्रक्रिया में स्थानीय निकाय निदेशकालय के PA की संलिप्तता रही है, जिस पर पूर्व में ACB ने कार्रवाई की थी। विभागीय सूत्रों के अनुसार, CFCD परियोजना के कार्यों और ठेकेदारों को किए गए भुगतान की भी जांच हो रही है।
शहर के जागरूक नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष और विस्तृत जांच की जाए, ताकि भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सके और पदोन्नति प्रक्रिया और CFCD के कार्य और भुगतान में पारदर्शिता सुनिश्चित हो।
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