Players angry with Haryana government for ignoring master athletes-m.khaskhabar.com
×
khaskhabar
Oct 8, 2024 6:16 am
Location
Advertisement

मास्टर एथलीटों की अनदेखी करने पर खिलाड़ी हरियाणा सरकार से नाराज

khaskhabar.com : सोमवार, 20 नवम्बर 2023 7:20 PM (IST)
मास्टर एथलीटों की अनदेखी करने पर खिलाड़ी हरियाणा सरकार से नाराज
चंडीगढ़। ट्राइसिटी यानि पंचकूला की एकमात्र मास्टर एथलीट राखी शर्मा (42) जिन्होंने हाल ही में फिलीपींस में संपन्न एशिया मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (एएमएसी) में 800 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, ने यहां चंडीगढ़ प्रेस क्लब में अपने कोच अरविंद कुमार के साथ हरियाणा सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि एएमएसी जो कि द्विवार्षिक चैम्पियनशिप है, 8 से 12 नवंबर तक फिलीपींस में की गई थी। प्रतियोगिता में 23 देशों ने हिस्सा लिया था। इस दौरान पैर की गंभीर चोट के बावजूद उन्होंने पदक जीता। अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप में प्रतिस्पर्धा करने और उसके बाद पदक जीतने का उनका रास्ता कठिनाइयों से भरा था।

चैम्पियनशिप से ठीक पहले ताऊ देवी लाल स्टेडियम में अपने कोच अरविंद कुमार के साथ प्रशिक्षण के दौरान वह गिर गईं और उनके पैर में चोट लग गई। उन्होंने हार नहीं मानी और फिलीपींस जाने का फैसला किया। कोई सरकारी सहायता न मिलने के कारण उन्हें सारा खर्च स्वयं वहन करना पड़ा। अपनी चोट के बावजूद वह पदक जीतने में सफल रहीं।
राखी ने कहा, मुझे इस बात का अफसोस है कि जिला और राज्य प्रशासन मेरी उपलब्धि को पहचानने में विफल रहा। मेरे खर्चों के लिए आर्थिक सहायता देना तो दूर, कोई मुझे बधाई देने भी नहीं आया। पिछले 9 वर्षों से मैं इतना समय, ऊर्जा और बड़ी रकम खर्च कर रही हूं और देश के लिए पदक भी जीत रही हूं, लेकिन बदले में मुझे कुछ नहीं मिला।’ इससे पहले राखी इसी साल मलेशिया के कुचिंग, सारावाक में ओपन इंटरनेशनल चैम्पियनशिप में दो गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। उन्होंने 2023 में चेन्नई नेशनल में रजत पदक जीता।
उन्होंने 2017 में प्रयागराज में नेशनल में तीन स्वर्ण पदक भी जीते। और तो और, उन्होंने गुंटूर नेशनल में दो रजत पदक और मणिपुर नेशनल में भी एक रजत पदक जीता। वह इतने वर्षों से अपने पैसे से प्रशिक्षण ले रही है और चैम्पियनशिप में भाग ले रही है, लेकिन सरकार की ओर से उसे एक पैसे की भी सहायता नहीं मिली है। राखी ने कहा, भारतीय दल ने कुल 215 पदकों के साथ फिलीपींस में चार्ट का नेतृत्व किया, लेकिन केंद्र सरकार के रवैये से उदासीनता की बू आ रही थी।
उन्होंने सवाल किया कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समग्र चैंपियनशिप नहीं जीतने के बावजूद पैरा-एथलीटों को इतनी प्रशंसा और समर्थन मिलता है, तो हाल ही में एशियाई चैम्पियनशिप में उत्कृष्ट प्रदर्शन के बावजूद मास्टर एथलीटों की उपलब्धियों को नजरअंदाज क्यों किया गया है। राखी के कोच अरविंद कुमार ने मांग की कि सरकार को अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की यात्रा और रहने का खर्च देना चाहिए. विदेश में मास्टर्स चैम्पियनशिप में पदक लाने वाले खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धि के अनुरूप पुरस्कार राशि दी जानी चाहिए क्योंकि एथलीट देश को गौरवान्वित करते हैं।
कुमार ने कहा, इसके अलावा, सरकार को अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के लिए सम्मान समारोह करना चाहिए, क्योंकि इससे खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ता है। इस बीच राखी ने कहा कि वह मास्टर एथलेटिक्स के प्रति अपने जुनून को छोड़ने की योजना बना रही हैं क्योंकि खेल के लिए इतना समर्पित करने के बाद, उन्हें अकेला छोड़ दिया गया है और परिवार और अपने व्यवसाय के लिए पर्याप्त समय नहीं देने के परिणामस्वरूप उन्हें नुकसान उठाना पड़ा है।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

Advertisement
Khaskhabar.com Facebook Page:
Advertisement
Advertisement