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सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा हरामजादी ! छात्रा ने योगी को भेज मेल,लगाई गुहार
नीरज कुमार,पीलीभीत।। प्रदेश की जनता का मन बदला तो सरकार बदल गई। वातावरण बदल गया और लोगों के ह्रदय परिवर्तन भी हो गए। योगी ने सभी अधिकारियों को सचेत करते हुए अपना रिपोर्ट कार्ड एक माह में सही करने की चेतावनी भी जारी कर दी। अफसोस ये है कि अभी तक अधिकारियों में सुधार नहीं दिख रहा है। इसकी एक बानगी पीलीभीत के सिटी मजिस्ट्रेट रजित राम प्रजापति ने पेश कर दी।
उन्होंने एक छात्रा को टेलीफोन पर गाली दे दी। जिसकी आडियो रिकार्डिंग हो गई। उसके वायरल होने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट परेशानी में पड़ गए है। छात्रा ने योगी को मेल भेजकर न्याय मांगा है।
शहर के छतरी चौराहे के पास मोहल्ला नई बस्ती में एक शराब व्यवसायी की मीनार वार है,वहां पर अब होटल का निर्माण चल रहा है। आरोप है कि इस निर्माण को अवैध तरह से किया जा रहा है। इसकी जानकारी निवासियों ने सिटी मजिस्ट्रेट को दी थी।
इस पर उन्होंने कोतवाल को काम रुकवाने भेजा था। उसके बाद भी जब कार्य नहीं रुक तो शिकायत करता शंकर लाल की पुत्री ने फ़ोन पर सिटी मजिस्ट्रेट को जानकारी दी। उन्होंने उसकी शिकायत को खारिज करते हुए उसको हरामजादी कह कर संबोधित किया। इसकी शिकायत छात्रा ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से की है।
जानकारी के अनुसार 12 अप्रैल को सुनगढ़ी की एक छात्रा ने रविवार की शाम आठ बजे सिटी मजिस्ट्रेट रजित राम प्रजापति को फोन किया। छात्र ने बताया कि उसके पड़ोस में मीनार वार में अवैध तरीके से निर्माण किया जा रहा है। श्री प्रजापति ने कहा वहां पुलिस गई थी,उसने बताया है कि कोई कार्य नहीं हो रहा है। छात्र ने उनकी बात का खंडन किया। कहा कि वहां पुलिस नहीं पहुंची। कहा कि वह अपनी छत पर खड़ी है और इस समय बीस से पच्चीस लोग कार्य में लगे है। प्रजापति उसकी बात पर प्रतिकार करत रहे। दोनों के बीच आधे मिनट तक संवाद चला,फिर सिटी मजिस्ट्रेट ने आपा खोते हुए छात्रा को हरामजादी कह कर फ़ोन काट दिया। उनका यह संवाद रिकार्ड हो गया। अब वे परेशान है। कुछ ही देर में यह रिकार्डिंग वायरल हो गई। छात्रा ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से भी की है। सिटी मजिस्ट्रेट ने अपने तर्क में कहा कि शिकायत पर सुनगढ़ी पुलिस को मौके पर भेजा था। इसमें गलती पुलिस की थी,वह दूसरी जगह जाकर काम रुकवा आई।
छात्रा को गाली देने की बात पर उनकी बोलती बंद रही। पीड़ित छात्रा ने सिटी मजिस्ट्रेट की बात को खारिज करए हुए कहा कि मौके पर पुलिस पहुंची ही नहीं। फोन करने के बाद भी रात भर लेंटर डालने का काम चला। इसके बाद अब काम रुक गया है। छात्रा के परिजनों को आशंका है कि यह काम फिर शुरू हो जाएगा। उनका आरोप है की अवैध निर्माण में अधिकारियों की मिली भगत है।
इस प्रकरण में एस पी देवरंजन वर्मा ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें मिली है,यदि तहरीर मिली तो करवाई की जाएगी।
उन्होंने एक छात्रा को टेलीफोन पर गाली दे दी। जिसकी आडियो रिकार्डिंग हो गई। उसके वायरल होने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट परेशानी में पड़ गए है। छात्रा ने योगी को मेल भेजकर न्याय मांगा है।
शहर के छतरी चौराहे के पास मोहल्ला नई बस्ती में एक शराब व्यवसायी की मीनार वार है,वहां पर अब होटल का निर्माण चल रहा है। आरोप है कि इस निर्माण को अवैध तरह से किया जा रहा है। इसकी जानकारी निवासियों ने सिटी मजिस्ट्रेट को दी थी।
इस पर उन्होंने कोतवाल को काम रुकवाने भेजा था। उसके बाद भी जब कार्य नहीं रुक तो शिकायत करता शंकर लाल की पुत्री ने फ़ोन पर सिटी मजिस्ट्रेट को जानकारी दी। उन्होंने उसकी शिकायत को खारिज करते हुए उसको हरामजादी कह कर संबोधित किया। इसकी शिकायत छात्रा ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से की है।
जानकारी के अनुसार 12 अप्रैल को सुनगढ़ी की एक छात्रा ने रविवार की शाम आठ बजे सिटी मजिस्ट्रेट रजित राम प्रजापति को फोन किया। छात्र ने बताया कि उसके पड़ोस में मीनार वार में अवैध तरीके से निर्माण किया जा रहा है। श्री प्रजापति ने कहा वहां पुलिस गई थी,उसने बताया है कि कोई कार्य नहीं हो रहा है। छात्र ने उनकी बात का खंडन किया। कहा कि वहां पुलिस नहीं पहुंची। कहा कि वह अपनी छत पर खड़ी है और इस समय बीस से पच्चीस लोग कार्य में लगे है। प्रजापति उसकी बात पर प्रतिकार करत रहे। दोनों के बीच आधे मिनट तक संवाद चला,फिर सिटी मजिस्ट्रेट ने आपा खोते हुए छात्रा को हरामजादी कह कर फ़ोन काट दिया। उनका यह संवाद रिकार्ड हो गया। अब वे परेशान है। कुछ ही देर में यह रिकार्डिंग वायरल हो गई। छात्रा ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से भी की है। सिटी मजिस्ट्रेट ने अपने तर्क में कहा कि शिकायत पर सुनगढ़ी पुलिस को मौके पर भेजा था। इसमें गलती पुलिस की थी,वह दूसरी जगह जाकर काम रुकवा आई।
छात्रा को गाली देने की बात पर उनकी बोलती बंद रही। पीड़ित छात्रा ने सिटी मजिस्ट्रेट की बात को खारिज करए हुए कहा कि मौके पर पुलिस पहुंची ही नहीं। फोन करने के बाद भी रात भर लेंटर डालने का काम चला। इसके बाद अब काम रुक गया है। छात्रा के परिजनों को आशंका है कि यह काम फिर शुरू हो जाएगा। उनका आरोप है की अवैध निर्माण में अधिकारियों की मिली भगत है।
इस प्रकरण में एस पी देवरंजन वर्मा ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें मिली है,यदि तहरीर मिली तो करवाई की जाएगी।
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पीलीभीत
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