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राज्यस्तरीय जयंती समारोह में मुख्यमंत्री नायब सैनी का रविवार को सम्मान करेंगे डीएससी समाज के लोग
पार्टी का दावा है कि ‘आरक्षण में वर्गीकरण’ का डायरेक्ट लाभ डीएससी समाज को मिल रहा है और इस समाज के लोग भाजपा को इसका श्रेय देने से भी कतई पीछे नहीं हट रहे। यह वही डीएससी समाज है, जिसने हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान अचानक भाजपा के पक्ष में "टर्निंग प्वाइंट" बना दिया था। भाजपा ने आरक्षण में वर्गीकरण का फैसला लिया तो डीएससी समाज ने भी भाजपा को सिर-माथे पर बैठाने में कसर नहीं छोड़ी।
भाजपा का कहना है कि ध्यान देने लायक है कि इसी साल चुनावी बेला में 22 सितंबर को डीएससी समाज ने जींद में बड़ी रैली की और भाजपा के सम्मान में पलक पावड़े बिछा दिए। रैली से पहले तक हरियाणा विधानसभा चुनाव का मिजाज दूसरा ही चल रहा था, लेकिन जैसे ही डीएससी समाज ने रैली की तो माहौल एक तरफा भाजपा के पक्ष में होता चला गया।
भाजपा के पक्ष में माहौल बनने का कारण भी वाजिब है, दरअसल बड़े आंदोलनों के बाद हरियाणा में अक्तूबर 1994 में आरक्षण में वर्गीकरण का फैसला लागू किया गया, लेकिन डीएससी समाज को कांग्रेस सरकार ने 2005 में आरक्षण में वर्गीकरण का लाभ देना बंद कर दिया था। इससे आहत समाज लगातार संघर्ष करता रहा, मजबूरन अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा और सर्वोच्च न्यायालय ने अगस्त 2024 में आरक्षण में वर्गीकरण का फैसला समाज के हक में किया।
सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने क्षण भर भी देर नहीं लगाई और पहली कलम से आरक्षण के वर्गीकरण का फैसला लागू कर दिया। फैसला लागू होने और इस बड़े समाज द्वारा हरियाणा विधानसभा चुनाव का रुख बदलने से साफ हो गया है कि भाजपा का एक बड़ा वोट बैंक डीएससी समाज और मजबूती से भाजपा के लिए तैयार हो गया है।
डीएससी समाज भाजपा के लिए भविष्य में भी ऐसे ही सीना तानकर खड़ा रहेगा इसका उदाहरण 24 नवंबर को जींद में नजर आएग। 24 नवंबर को भगवान वाल्मीकि की राज्यस्तरीय जयंती समारोह के मौके पर जींद के एकलव्य स्टेडियम में डीएससी समाज द्वारा मुख्यमंत्री नायब सैनी का मान-सम्मान किया जाएगा।
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