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पाक मंत्री का दावा, जल्द ही अमेरिका में शरण मांगेंगे इमरान

इस्लामाबाद, । पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ
(पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान जल्द ही संयुक्त राज्य अमेरिका में शरण
मांगेंगे, गरीबी उन्मूलन और सामाजिक सुरक्षा राज्यमंत्री फैसल करीम कुंडी
ने गुरुवार को यह बात कही। मीडिया रिपोर्टों में यह जानकारी दी।
द न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के पदाधिकारी कुंडी
ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, मैं आप लोगों को कुछ
खबरें देने जा रहा हूं जो मुझे अपने सूत्रों से मिली हैं : इमरान खान जल्द
ही अमेरिका में राजनीतिक शरण के लिए आवेदन करेंगे।
9 मई को उनकी गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रावलपिंडी में जनरल मुख्यालय सहित सैन्य प्रतिष्ठानों को जला दिया था और तोड़-फोड़ की थी। इस दिन को सेना ने 'ब्लैक डे' कहा था।
हिंसक विरोध के सिलसिले में पार्टी के कई नेताओं और हजारों कार्यकर्ताओं को गोलबंद किया गया है और सेना ने इस बात पर जोर दिया है कि सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों में शामिल लोगों पर पाकिस्तानी सेना अधिनियम और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत मुकदमा चलाया जाए।
खान के करीबी सहयोगी असद उमर ने मौजूदा स्थिति का हवाला देते हुए महासचिव और कोर कमेटी के सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया है।
द न्यूज ने बताया कि 9 मई की बर्बरता के बाद शिरीन मजारी, आमिर महमूद कियानी, मलिक अमीन असलम, महमूद मौलवी, आफताब सिद्दीकी और फैयाजुल हसन चौहान सहित कई पार्टी नेताओं और सांसदों ने राज्य के प्रतिष्ठानों पर हमलों की सार्वजनिक रूप से निंदा की और पूर्व सत्ताधारी दल को छोड़ने की घोषणा की।
--आईएएनएस
9 मई को उनकी गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रावलपिंडी में जनरल मुख्यालय सहित सैन्य प्रतिष्ठानों को जला दिया था और तोड़-फोड़ की थी। इस दिन को सेना ने 'ब्लैक डे' कहा था।
हिंसक विरोध के सिलसिले में पार्टी के कई नेताओं और हजारों कार्यकर्ताओं को गोलबंद किया गया है और सेना ने इस बात पर जोर दिया है कि सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों में शामिल लोगों पर पाकिस्तानी सेना अधिनियम और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत मुकदमा चलाया जाए।
खान के करीबी सहयोगी असद उमर ने मौजूदा स्थिति का हवाला देते हुए महासचिव और कोर कमेटी के सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया है।
द न्यूज ने बताया कि 9 मई की बर्बरता के बाद शिरीन मजारी, आमिर महमूद कियानी, मलिक अमीन असलम, महमूद मौलवी, आफताब सिद्दीकी और फैयाजुल हसन चौहान सहित कई पार्टी नेताओं और सांसदों ने राज्य के प्रतिष्ठानों पर हमलों की सार्वजनिक रूप से निंदा की और पूर्व सत्ताधारी दल को छोड़ने की घोषणा की।
--आईएएनएस
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