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मोदी-शाह की मंशा पर पुलिस अफसर चीन सीमा पर बसे गांवों में गुजारेंगे रात
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा ली गई आला-पुलिस अफसरों की क्लास रंग लाने लगी है। इसके परिणामस्वरुप अब अधीक्षक स्तर के पुलिस अफसर हर महीने चीन की सीमा पर स्थित हिंदुस्तानी गांवों में एक रात अनिवार्य रूप से गुजारेंगे। इस बाबत बीते सप्ताह हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशालय ने आदेश जारी कर दिया है। आदेश में जिला किन्नौर और लाहौल-स्पीती का जिक्र है।
इन्हीं दोनों जिलों की करीब 230 किलोमीटर लंबी भारत-चीन सीमा पर कई हिंदुस्तानी गांव बसे हैं। हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक सीताराम मरडी द्वारा जारी आदेश मिलते ही, लाहौल-स्पीती और किन्नौर के जिला पुलिस अधीक्षक अपना यात्रा टाइम-टेबल भेजने की कवायद में जुटे हैं। मुख्यालय को भेजे जाने वाले जवाब में दोनों जिलों के पुलिस अधीक्षकों को बताना है कि वो किस महीने की किस तारीख में जिले के किस गांव में रात गुजारेंगे?
साथ ही इन दुर्गम गांवों में सुरक्षित पहुंचने का इंतजाम पुलिस अधीक्षक कैसे और क्या करेंगे? बुधवार को आईएएनएस के साथ फोन पर विशेष बातचीत के दौरान किन्नौर के पुलिस अधीक्षक साजू राम राणा ने कहा, मैं इलाकाई गांव में जाने की तैयारी कर रहा हूं। टूर प्लान एक दो दिन में पुलिस महानिदेशालय को भेज दूंगा। उन्होंने आगे कहा कि किन्नौर जिले की चीन सीमांत रेखा करीब 120 से लेकर 130 किलोमीटर है।
किन्नौर जिले की सीमा-रेखा में ही वह स्थान है जहां से भारत-चीन के व्यापारी सामान लाने-ले जाने के लिए आवागमन करते हैं। हालांकि उस जगह पर जांच भारत-तिब्बत सीमा पुलिस करती है। लाहौल स्पीती के पुलिस अधीक्षक राजेश धरमनी ने कहा कि चीन से जुड़ी मेरे जिले की सीमा करीब 110 किलोमीटर लंबी है। यह ग्यू गांव से शुरू होकर समदो तक है। समदो से आगे किन्नौर जिले की सीमा शुरू हो जाती है। मैं तैयारी में जुटा हूं कि गांव वालों के बीच पहुंचकर उन्हें अपनेपन का अहसास करा सकूं। टूर प्लान जल्दी ही पुलिस महानिदेशालय भेज रहा हूं।
इन्हीं दोनों जिलों की करीब 230 किलोमीटर लंबी भारत-चीन सीमा पर कई हिंदुस्तानी गांव बसे हैं। हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक सीताराम मरडी द्वारा जारी आदेश मिलते ही, लाहौल-स्पीती और किन्नौर के जिला पुलिस अधीक्षक अपना यात्रा टाइम-टेबल भेजने की कवायद में जुटे हैं। मुख्यालय को भेजे जाने वाले जवाब में दोनों जिलों के पुलिस अधीक्षकों को बताना है कि वो किस महीने की किस तारीख में जिले के किस गांव में रात गुजारेंगे?
साथ ही इन दुर्गम गांवों में सुरक्षित पहुंचने का इंतजाम पुलिस अधीक्षक कैसे और क्या करेंगे? बुधवार को आईएएनएस के साथ फोन पर विशेष बातचीत के दौरान किन्नौर के पुलिस अधीक्षक साजू राम राणा ने कहा, मैं इलाकाई गांव में जाने की तैयारी कर रहा हूं। टूर प्लान एक दो दिन में पुलिस महानिदेशालय को भेज दूंगा। उन्होंने आगे कहा कि किन्नौर जिले की चीन सीमांत रेखा करीब 120 से लेकर 130 किलोमीटर है।
किन्नौर जिले की सीमा-रेखा में ही वह स्थान है जहां से भारत-चीन के व्यापारी सामान लाने-ले जाने के लिए आवागमन करते हैं। हालांकि उस जगह पर जांच भारत-तिब्बत सीमा पुलिस करती है। लाहौल स्पीती के पुलिस अधीक्षक राजेश धरमनी ने कहा कि चीन से जुड़ी मेरे जिले की सीमा करीब 110 किलोमीटर लंबी है। यह ग्यू गांव से शुरू होकर समदो तक है। समदो से आगे किन्नौर जिले की सीमा शुरू हो जाती है। मैं तैयारी में जुटा हूं कि गांव वालों के बीच पहुंचकर उन्हें अपनेपन का अहसास करा सकूं। टूर प्लान जल्दी ही पुलिस महानिदेशालय भेज रहा हूं।
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