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खाप पंचायत पर आधारित फिल्म "मेरे देश की धरती" देख झूम उठे दर्शक
गोंडा। स्थानीय कुंवर पैलेस में लगी अवधी फीचर फिल्म मेरे देश की धरती देखकर दर्शक जमकर झूमे और मजा लिया। लेखक एवं निर्देशक राजेश मलिक ने बताया कि खाप पंचायत पर आधारित फिल्म मेरे देश की धरती में आत्महत्या, महिलाओं पर अत्याचार,
खाप पंचायत में बलात्कार के बदले बलात्कार का फरमान .मतदान के प्रति
जागरूकता का अभाव व विलुप्त गौरैया के प्रति नकारात्मक सोच आदि को दिखाया गया। आज भारत देश इतनी तेजी से आगे बढ रहा है। जिसमें महिलाओं की भागीदारी काब्ले तारीफ है। लेकिन महिलाओं पर अत्याचार भी कम नही हो रहा।
खाप पंचायत जैसे शासक व किसान को मजबूर करने वाला शासन आज के समय भी कम नही हुआ। इस फिल्म का उद्देश्य यह है कि हर गांव में शौचालय हो। सभी वर्ग के बच्चों को एक समान शिक्षा मिलें. जिससे सभी बच्चें शिक्षित हो। किसानों को भी वह सारी सुविधाएं मिलें.जिससे फिर कोई किसान आत्महत्या करने की कोशिश न करें। सभी लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करना.सभी वर्ग की महिलाओं को जुल्म से लडनें की प्रेरणा देना व अपनी लडाई स्वंय लडनें के लिए प्रेरित करना। उत्तर प्रदेश के पर्यटन को बढावा देने के उद्देश्य से जनपद सिद्वार्थनगर व श्रावस्ती के कई ऐतिहासिक मंदिन्रों, इमारतों तथा जंगलों में एवं गोरखपुर के ऐतिहासिक स्थलों व पार्को में तथा प्रदेश के अन्य कई जनपदों के ऐतिहासिक स्थलों पर शूटिंग की गई है।
खाप पंचायत जैसे शासक व किसान को मजबूर करने वाला शासन आज के समय भी कम नही हुआ। इस फिल्म का उद्देश्य यह है कि हर गांव में शौचालय हो। सभी वर्ग के बच्चों को एक समान शिक्षा मिलें. जिससे सभी बच्चें शिक्षित हो। किसानों को भी वह सारी सुविधाएं मिलें.जिससे फिर कोई किसान आत्महत्या करने की कोशिश न करें। सभी लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करना.सभी वर्ग की महिलाओं को जुल्म से लडनें की प्रेरणा देना व अपनी लडाई स्वंय लडनें के लिए प्रेरित करना। उत्तर प्रदेश के पर्यटन को बढावा देने के उद्देश्य से जनपद सिद्वार्थनगर व श्रावस्ती के कई ऐतिहासिक मंदिन्रों, इमारतों तथा जंगलों में एवं गोरखपुर के ऐतिहासिक स्थलों व पार्को में तथा प्रदेश के अन्य कई जनपदों के ऐतिहासिक स्थलों पर शूटिंग की गई है।
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गोंडा
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