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मांझी बोले: रैली में नहीं जुटे 5 लाख लोग तो ले लूंगा राजनीति से संन्यास

गया। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा है कि अगर 20 अप्रैल को होने वाली उनकी नई पार्टी की रैली में पांच लाख लोग नहीं जुटे तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटने के बाद मांझी ने हिंदुस्तान अवाम मोर्चा नाम की पार्टी बनाई है और इस पार्टी का शक्ति प्रदर्शन के लिए बडी रैली आगामी 20 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में प्रस्तावित है।
मांझी कुछ दिन पहले अपने समर्थकों को एकजुट करने के लिए मुजफ्फरपुर के दौरे पर गए थे।
उन्होंने बताया कि मुजफ्फरपुर में उनको जो समर्थन मिला उतना तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी नहीं मिला था, जब वह एक चुनाव रैली के लिए कुछ महीनों पहले वहां गईं थीं। मांझी ने यह भी कहा कि वह चुनाव से पहले किसी से गठबंधन नहीं करेंगे। इसी के साथ यह भी स्पष्ट कर दिया कि वह किसी भी कीमत पर नीतीश कुमार को अपने साथ नहीं लेंगे। मांझी ने कहा कि 20 अप्रैल की रैली के बाद वह अपनी राजनीति की दिशा का ऎलान करेंगे।
मांझी के अनुसार, वह महाविलय का भी इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके कार्यकर्ताओं को लालच दिया जा रहा है ताकि वे उनका साथ छोड दें। मांझी ने आरोप लगाया कि उन्हें पूर्व सीएम के तहत मिलने वाली सुविधाएं भी नहीं दी जा रही हैं। बिहार में आगामी चुनाव के लिए बडे पैमाने पर पैसे की उगाही हो रही है। मैट्रिक परीक्षा में नकल पर शिक्षा मंत्री पीके शाही के बयान को मांझी ने निंदनीय करार दिया।
बिहार के पूर्व सीएम ने कहा कि नीतीश कुमार ने नकारा लोगों को मंत्री बना दिया है जो कहते हैं कि परीक्षा में नकल रोकना सरकार के लिए संभव नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि मुजफ्फरपुर में उनको जो समर्थन मिला उतना तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी नहीं मिला था, जब वह एक चुनाव रैली के लिए कुछ महीनों पहले वहां गईं थीं। मांझी ने यह भी कहा कि वह चुनाव से पहले किसी से गठबंधन नहीं करेंगे। इसी के साथ यह भी स्पष्ट कर दिया कि वह किसी भी कीमत पर नीतीश कुमार को अपने साथ नहीं लेंगे। मांझी ने कहा कि 20 अप्रैल की रैली के बाद वह अपनी राजनीति की दिशा का ऎलान करेंगे।
मांझी के अनुसार, वह महाविलय का भी इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके कार्यकर्ताओं को लालच दिया जा रहा है ताकि वे उनका साथ छोड दें। मांझी ने आरोप लगाया कि उन्हें पूर्व सीएम के तहत मिलने वाली सुविधाएं भी नहीं दी जा रही हैं। बिहार में आगामी चुनाव के लिए बडे पैमाने पर पैसे की उगाही हो रही है। मैट्रिक परीक्षा में नकल पर शिक्षा मंत्री पीके शाही के बयान को मांझी ने निंदनीय करार दिया।
बिहार के पूर्व सीएम ने कहा कि नीतीश कुमार ने नकारा लोगों को मंत्री बना दिया है जो कहते हैं कि परीक्षा में नकल रोकना सरकार के लिए संभव नहीं हैं।
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