Advertisement
महाराष्ट्र कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पूर्व विधायक आशीष देशमुख को पार्टी से निकाला
समिति ने 9 अप्रैल को देशमुख को कारण बताओ नोटिस और उसके जवाब पर चर्चा की थी।
देशमुख को लिखे अनुशासनात्मक समिति के पत्र में कहा गया है, पार्टी के खिलाफ आपके सार्वजनिक बयानों के बारे में हमें असंतोषजनक जवाब मिला। आपको तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया जाता है।
देशमुख ने उस समय एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था, जब उन्होंने राहुल गांधी से 'मोदी सरनेम' वाली टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा था। राहुल गांधी को इसके लिए लोकसभा की सदस्यता गंवानी पड़ी थी।
बाद में उन्होंने पटोले पर कथित तौर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ सांठगांठ करने और उनसे प्रति माह 'एक खोखा' (1 करोड़ रुपये) लेने का आरोप लगाया। पार्टी ने इस आरोप को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि देशमुख अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं।
देशमुख ने जनवरी में उस समय खलबली मचा दी थी जब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक पत्र लिखकर पटोले को हटाने और राज्य में पार्टी की बदहाली के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराने की मांग की थी।
राज्य और केंद्रीय नेताओं को निशाना बनाने वाले उनके बयानों के बाद, महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी ने इसकी जांच करने के लिए चव्हाण की अध्यक्षता में एक अनुशासनात्मक समिति का गठन किया था।
देशमुख नागपुर में काटोल से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक हैं, जो कांग्रेस में शामिल हो गए और 2019 के विधानसभा चुनाव में नागपुर दक्षिण पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र में देवेंद्र फडणवीस के सामने खड़े हुए थे, लेकिन हार गए।
--आईएएनएस
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
प्रमुख खबरें
Advertisement