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अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी का प्रदर्शन, मुआवजे की कमी पर जताया रोष

उन्होंने कहा कि जिन किसानों की जमीनें बाढ़ के कारण बर्बाद या रेत से भर गई हैं, उन्हें विशेष मुआवजा मिलना चाहिए और दिसंबर तक खेती से जुड़ी पाबंदियां तुरंत हटाई जानी चाहिए।
पंधेर ने कृषि विभाग द्वारा शुरू की गई ऑनलाइन पोर्टल प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि किसानों से कहा जा रहा है कि वे पोर्टल पर जाकर आवेदन भरें, लेकिन यह प्रक्रिया बहुत कठिन और समय लेने वाली है। सरकार को चाहिए कि ऑनलाइन प्रक्रिया के बिना सीधे सहायता राशि जारी करे, ताकि राहत वास्तव में जरूरतमंदों तक पहुंच सके।
पंधेर ने पराली जलाने वाले किसानों पर दर्ज मुकदमों और गिरफ्तारियों की भी तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि किसानों को सजा देने के बजाय सरकार को उनके लिए वैकल्पिक समाधान तलाशने चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि शंभू-खनौरी आंदोलन के दौरान हुई सरकारी नाकामियों के जवाब अब तक किसानों को नहीं मिले हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने किसानों की मांगें नहीं मानीं, तो 2027 के चुनाव में पंजाब के गांवों में मंत्री और नेता जनता के सवालों से घिरेंगे।
सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब किसानों के हक के लिए शांतिपूर्ण तरीके से संघर्ष जारी रखेगी, जब तक कि हर प्रभावित वर्ग को पूरा न्याय नहीं मिल जाता।
--आईएएनएस
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