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कैथल में जनता-पुलिस में टकराव, आंसू गैस के गोले छोड़े
कैथल। कलायत में शुक्रवार को धरनीधर तीर्थ के आस पास के लोगों ने तालाबों को कब्जा मुक्त करने की कार्रवाई के दौरान पुलिस व लोगों
के बीच तालाब की जमीन को लेकर टकराव हो गया। प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में
पुलिस ने जहां प्लास्टिक की गोलियां दागी और आसु गैस के गोले छोड़े।
पुलिस सुरक्षा कर्मियों पर भी पथराव किया गया।
घायलों की लिस्ट में एएसआई शमशेर सिंह, हैड कास्टेबल रमेश कुमार के अलावा आम जन में महीपाल, सविता रानी, मंटू सहित दूसरे लोग शामिल हैं। गंभीर रूप से घायलों को कलायत व जिला अस्पताल में भेजा गया है। स्थिति उस समय नगर के सजुमा रोड स्थित धरनीधर तालाब पर तनाव पूर्ण हो गई जब प्रशासन दल-बल के साथ न्यायालय के आदेशों का हवाला देते हुए मौका स्थल पर कब्जा लेने पहुंचा। सबसे पहले बिजली के कनेक्शन काटने का कार्य किया गया। जिस आनन-फानन में बिजली के पोलों से कनेक्शन काटे गए उसके चलते करीब-करीब पूरे नगर की बिजली ठप्प हो गई। वहीं तालाब मामले में देखते ही देखते स्थिति तनाव पूर्ण रूप ले गई। तालाबों का स्वरूप बनाए रखने के लिए मकानों को गिराने पहुंचे पुलिस बल व प्रशासन को नगर के लोगों के विरोध का सामान करना पड़ा। करीब डेढ़ घंटे जब पुलिस व लोग आमने-सामने डटे रहे। पुलिस द्वारा गुस्साई भीड़ को काबू करने के लिए कई राऊंड आसु गैस के गोले व प्लास्टिक की गोलियां दागी गई। कार्रवाई के दौरान महिलाओं, बच्चों व बुजुर्ग बिलख-बिलख कर रोते रहे। कई हालातों को नहीं देख पाए और अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े।
ड्यूटी मजिस्ट्रेट पर उठी अंगुलियां:
पुलिस सुरक्षा कर्मियों पर भी पथराव किया गया।
घायलों की लिस्ट में एएसआई शमशेर सिंह, हैड कास्टेबल रमेश कुमार के अलावा आम जन में महीपाल, सविता रानी, मंटू सहित दूसरे लोग शामिल हैं। गंभीर रूप से घायलों को कलायत व जिला अस्पताल में भेजा गया है। स्थिति उस समय नगर के सजुमा रोड स्थित धरनीधर तालाब पर तनाव पूर्ण हो गई जब प्रशासन दल-बल के साथ न्यायालय के आदेशों का हवाला देते हुए मौका स्थल पर कब्जा लेने पहुंचा। सबसे पहले बिजली के कनेक्शन काटने का कार्य किया गया। जिस आनन-फानन में बिजली के पोलों से कनेक्शन काटे गए उसके चलते करीब-करीब पूरे नगर की बिजली ठप्प हो गई। वहीं तालाब मामले में देखते ही देखते स्थिति तनाव पूर्ण रूप ले गई। तालाबों का स्वरूप बनाए रखने के लिए मकानों को गिराने पहुंचे पुलिस बल व प्रशासन को नगर के लोगों के विरोध का सामान करना पड़ा। करीब डेढ़ घंटे जब पुलिस व लोग आमने-सामने डटे रहे। पुलिस द्वारा गुस्साई भीड़ को काबू करने के लिए कई राऊंड आसु गैस के गोले व प्लास्टिक की गोलियां दागी गई। कार्रवाई के दौरान महिलाओं, बच्चों व बुजुर्ग बिलख-बिलख कर रोते रहे। कई हालातों को नहीं देख पाए और अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े।
ड्यूटी मजिस्ट्रेट पर उठी अंगुलियां:
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