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झुंझुनूं की धरा के कण-कण में रणबांकुरों की कहानियां लिखी हुई हैं... पढ़ें
समारोह की विशिष्ट अतिथि सांसद संतोष अहलावत ने कहा कि शायद बाजौर
पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने राजस्थान में शहीद सम्मान यात्रा निकालकर
राज्य के 1673 शहीदों के घर-घर जाकर शहीद के परिजनों के दुख दर्द को जाना
और शहीदों के मूर्ति स्थलों पर जाकर शहीदों को नमन करने के साथ शहीद के
आश्रितों का शॉल ओढ़ाकर मान-सम्मान भी किया। उन्होंने बताया कि बाजौर ने
अपने पैसे से मूर्तियां लगवाकर शहीदों की जो पहचान करवाई, वह अपने आप में
एक अनूठा कार्य है।
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झुंझुनूं
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