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अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष महा सम्मेलन संपन्न, देश-विदेश के विद्वानों को मिला मरुधरा गौरव अवार्ड

khaskhabar.com: मंगलवार, 07 अक्टूबर 2025 1:47 PM (IST)
अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष महा सम्मेलन संपन्न, देश-विदेश के विद्वानों को मिला मरुधरा गौरव अवार्ड
जैसलमेर। स्वर्ण नगरी जैसलमेर में सीता ज्योतिष एवं वास्तु संस्थान और श्रीकृष्ण ज्योतिष शोध केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष महासम्मेलन का भव्य समापन हुआ। इस सम्मेलन में देश-विदेश के अनेक प्रांतों से आए ज्योतिषाचार्यों, वास्तुविदों और शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया और विभिन्न विषयों पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। समापन समारोह की अध्यक्षता जैसलमेर के विधायक छोटूसिंह भाटी ने की। इस अवसर पर मंच पर भामाशाह पवन सिंह भाटी, समाजसेवी सत्यनारायण गौतम फलसूड, प्रश्न शास्त्री एसके जोशी और कथावाचक भरत शास्त्री भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण देश-विदेश से पधारे सभी विद्वानों का सम्मान रहा। उन्हें प्रशस्ति पत्र के साथ 'मरुधरा गौरव अवार्ड' से सम्मानित किया गया। अवार्ड पाकर सभी विद्वानों के चेहरे खिल उठे। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. मोनिका आर करल और डॉ. भेरू प्रकाश दाधीच (जोधपुर) ने संयुक्त रूप से किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में ज्योतिष और वास्तु के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर शोधपत्र प्रस्तुत किए गए: पंडित एस.के. जोशी (जोधपुर) ने प्रश्न कुंडली के माध्यम से जीवन की जटिल समस्याओं के समाधान पर अपना शोधपत्र पढ़ा। डॉ. किरण जेतली (दिल्ली) ने मेडिकल ज्योतिष पर शोधपत्र प्रस्तुत करते हुए बताया कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की पहचान और उपचार की दिशा ज्योतिषीय दृष्टिकोण से कैसे संभव हो सकती है।
शिक्षाविद् गार्गी ए. जेटली ने वास्तु विज्ञान पर अपना शोध साझा किया। उन्होंने बताया कि बंद पड़ी फैक्ट्रियों और आर्थिक ठहराव को सही वास्तु द्वारा पुनर्जीवित किया जा सकता है। उन्होंने पंचमहाभूत के संतुलन और गाय के गोबर, गौमूत्र, सल्फेट तथा चूना के प्रयोग से भूमि ऊर्जा को सक्रिय करने पर ज़ोर दिया। प्रेमलता शर्मा (दिल्ली) ने बाल शोषण जैसे संवेदनशील विषय पर 4 से 12 वर्ष के बच्चों को ध्यान में रखते हुए ज्योतिषीय पहचान और समाधान की दिशा प्रस्तुत की। केरल से आए विद्वानों ने मंडेन एस्ट्रोलॉजी (विश्व ज्योतिष) और भारत के उज्ज्वल भविष्य पर अपने विचार रखे।
कार्यक्रम के अंत में, शिक्षा शास्त्री आचार्य स्वरूप शर्मा छायण ने सभी उपस्थित अतिथियों और गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया। इस सम्मेलन में आचार्य मौलेश भाई पटेल, इंदु गुप्ता, गौरव वत्स, महाकाल मंदिर से आचार्य अजय व्यास (उज्जैन) सहित अनेक विद्वानों ने भाग लिया।

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