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अमृतसर में मुख्यमंत्री मान ने वल्लाह रेलवे ओवर ब्रिज किया राज्य को समर्पित..देखें तस्वीरें

अमृतसर। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वल्लाह में नया बना रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) लोगों को समर्पित कर दिया। इससे शहर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ट्रैफ़िक की समस्या को दूर किया जा सकेगा। इस प्रोजेक्ट को समर्पित करने के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पवित्र धरती पर श्री दरबार साहिब, दुर्ग्याना मंदिर, जलियांवाला बाग़, भगवान वाल्मीकि तीर्थ में रोज़मर्रा के लाखों की संख्या में संगतें नतमस्तक होती हैं। उनको शहर में आकर अब पवित्र स्थलों पर माथा टेकने में सुविधा होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे के अमृतसर-साहनेवाल सेक्शन वाले इस प्रोजेक्ट पर लगभग 33 करोड़ रुपए ख़र्च किए गए हैं। जी-20 के शिक्षा सेशन की सफलता के लिए लोगों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि इन सेशनों में शक्तिशाली देशों के नुमायंदों ने हिस्सा लिया है जो दुनिया के 80 प्रतिशत हिस्से से संबंधित हैं। भगवंत मान ने उम्मीद अभिव्यक्त की कि यह विचार-विमर्श मेंबर देशों में शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक तबदीलियाँ लाने का आधार होगा।
मुख्यमंत्री ने कहाकि राज्य सरकार पंजाब को शिक्षा के केंद्र के तौर पर विकसित करने के प्रयास कर रही है। आने वाले समय में किसी व्यक्ति की दौलत को उसके बंगले, कारों या जायदाद की संख्या के साथ नहीं जोड़ा जाएगा। किसी व्यक्ति की सम्पत्ति का पता उसके बच्चों ने की शिक्षा के स्तर से लगाया जाएगा। इस मंतव्य के लिए सरकार राज्य में शिक्षा क्षेत्र को मज़बूत करने के प्रयास कर रही है। बच्चों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य के 23 जिलों में 117 स्कूल आफ एमिनेंस बनाए गए हैं।
भगवंत मान ने कहाकि यह स्कूल इंजीनियरिंग, कानून, कॉमर्स, यूपीएससी और एनडीए समेत पाँच पेशेवर और मुकाबलों के कोर्सों के लिए विद्यार्थियों को तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में मेडिकल शिक्षा को काफी बढ़ावा देते हुए राज्य सरकार ने आने वाले 5 सालों में 16 नए मेडिकल कॉलेज बनाने का फ़ैसला किया है। इससे राज्य में मेडिकल कालेजों की कुल संख्या 25 हो जाएगी। राज्य में दो मेडिकल कालेजों का काम शुरू भी हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे के अमृतसर-साहनेवाल सेक्शन वाले इस प्रोजेक्ट पर लगभग 33 करोड़ रुपए ख़र्च किए गए हैं। जी-20 के शिक्षा सेशन की सफलता के लिए लोगों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि इन सेशनों में शक्तिशाली देशों के नुमायंदों ने हिस्सा लिया है जो दुनिया के 80 प्रतिशत हिस्से से संबंधित हैं। भगवंत मान ने उम्मीद अभिव्यक्त की कि यह विचार-विमर्श मेंबर देशों में शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक तबदीलियाँ लाने का आधार होगा।
मुख्यमंत्री ने कहाकि राज्य सरकार पंजाब को शिक्षा के केंद्र के तौर पर विकसित करने के प्रयास कर रही है। आने वाले समय में किसी व्यक्ति की दौलत को उसके बंगले, कारों या जायदाद की संख्या के साथ नहीं जोड़ा जाएगा। किसी व्यक्ति की सम्पत्ति का पता उसके बच्चों ने की शिक्षा के स्तर से लगाया जाएगा। इस मंतव्य के लिए सरकार राज्य में शिक्षा क्षेत्र को मज़बूत करने के प्रयास कर रही है। बच्चों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य के 23 जिलों में 117 स्कूल आफ एमिनेंस बनाए गए हैं।
भगवंत मान ने कहाकि यह स्कूल इंजीनियरिंग, कानून, कॉमर्स, यूपीएससी और एनडीए समेत पाँच पेशेवर और मुकाबलों के कोर्सों के लिए विद्यार्थियों को तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में मेडिकल शिक्षा को काफी बढ़ावा देते हुए राज्य सरकार ने आने वाले 5 सालों में 16 नए मेडिकल कॉलेज बनाने का फ़ैसला किया है। इससे राज्य में मेडिकल कालेजों की कुल संख्या 25 हो जाएगी। राज्य में दो मेडिकल कालेजों का काम शुरू भी हो चुका है।
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