सरकार रोजगार के अवसर प्रदान करे तो युवाओं को विदेश जाने की जरूरत ही नहीं: कुमारी सैलजा

मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि अमृतसर एयरपोर्ट पर 104 लोगों को लेकर जो अमेरिकी विमान उतरा है, उसमें हरियाणा के 33 नागरिक नागरिक भी शामिल है। इनमें से अधिकतर वे लोग है तो रोजगार की तलाश में अपनी जमीन और मकान बेचकर या गिरवी रखकर गए थे। अमेरिकी सरकार अभी सैकड़ों लोगों को भारत भेजने की तैयारी कर रही है। सरकार को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए और अमेरिकी अधिकारियों के साथ बातचीत करने और निर्वासित व्यक्तियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे कूटनीतिक उपायों की रूपरेखा तैयार करनी चाहिए।
कुमारी सैलजा ने कहा कि मानव तस्करी नेटवर्क को खत्म करने, निर्वासित लोगों को वित्तीय और सामाजिक पुन: एकीकरण सहायता प्रदान करने और भविष्य में भारतीयों को ऐसी मुश्किलों से बचाने के लिए पारदर्शी प्रवासन ढांचे की स्थापना करने के लिए हस्तक्षेप की तत्काल आवश्यकता है। सरकार को प्रभावित हजारों लोगों के हितों की रक्षा करने और भारत की कूटनीतिक विश्वसनीयता को बनाए रखने के लिए निर्णायक रूप से कार्य करना चाहिए।
कुमारी सैलजा ने कहा है कि सरकार को देश में ही रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में गंभीरता से कदम उठाना चाहिए अगर सरकार ने खाली पदों पर नियुक्तियों की होती तो लाखों को रोजगार मिल गया होता, हरियाणा में अभी दो लाख पद खाली पड़े हुए है। अगर युवाओं को देश में ही रोजगार मिले तो उन्हें रोजगार की तलाश में विदेश जाने की जरूरत ही नहीं है। एक ओर सरकार हजारों युवाओं को इजराइल में रोजगार पाने का मौका दे सकती है तो दूसरे राज्यों में क्यों नहीं। कुमारी सैलजा ने विदेश में नौकरी का सपना पालने वाले से एक अपील में कहा है कि अमेरिका या किसी अन्य देश में जाने का सपना है तो जरूर जाइए लेकिन किसी गलत रास्ते से नहीं बल्कि तमाम वैध दस्तावेजों के साथ ताकि उन्हें इस तरह का दिन कभी ना देखना पड़े।
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