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शिक्षा विभाग में किसी भी श्रेणी का पद खाली नहीं रहेगा : देवनानी

khaskhabar.com : बुधवार, 28 फ़रवरी 2018 1:41 PM (IST)
शिक्षा विभाग में किसी भी श्रेणी का पद खाली नहीं रहेगा : देवनानी
हनुमानगढ़/जयपुर। शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बुधवार को राज्य विधानसभा में कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट 2018-19 में शिक्षा विभाग में 77 हजार 100 रिक्त पदों को भरने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि 5-6 महीने में इन पर भर्तियां के होने के बाद शिक्षा विभाग में किसी भी श्रेणी का एक भी पद रिक्त नहीं रहेगा।

प्रो. देवनानी सदन में प्रश्नकाल के दौरान विधायकों की ओर से इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि विरासत में हमें 52 प्रतिशत पद रिक्त मिले थे। राज्य सरकार ने 67 हजार पदों पर नई नियुक्तियां की हैं और 1 लाख 9 हजार पदोन्नतियां की हैं। शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने स्कूल खोलने के साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। इसी को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों का समन्वय और क्रमोन्नयन किया गया है। राज्य को नेशनल अचीवमेंट सर्वे में कक्षा 3 में तीसरा, कक्षा 5 में दूसरा और कक्षा 8 में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। प्रारम्भिक शिक्षा के विद्यालयों में 91 प्रतिशत विद्यार्थियों ने ए प्लस, ए ओर बी ग्रेड प्राप्त की है।

प्रो. देवनानी ने कहा कि आरटीई के तहत हर एक किलोमीटर पर प्राथमिक, दो किलोमीटर पर उच्च प्राथमिक तथा 5 किलोमीटर पर माध्यमिक विद्यालय की अनिवार्यता है, जबकि राज्य सरकार हर 5 किलोमीटर पर उच्च माध्यमिक विद्यालय खोलने के लिए प्रयासरत है। दूरी की वजह से कोई विद्यार्थी शिक्षा से वंचित न हो, इसके लिए कक्षा 9 की प्रत्येक छात्रा को साइकिल दी जाती है और विद्यार्थियों के लिए ट्रांसपोर्ट वाउचर की व्यवस्था भी की गई है।

इससे पहले विधायक द्रोपदी के मूल प्रश्न का जवाब देते हुए शिक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि प्रारंभिक शिक्षा में एसआईक्यूई के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है। इसमें सुधारात्मक रूप से एन.सी.ई.आर.टी. नई दिल्ली द्वारा निर्धारित आउटकम के आधार पर राज्य में सीखने के प्रतिफल (लर्निंग आउटकम) निर्धारित किए गए हैं, जिसमें प्रत्येक बच्चे के शैक्षिक स्तर की स्तरानुसार प्राप्ति के लिए योजना बनाकर शिक्षण एवं आंकलन किया जाता है।

शिक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि बच्चों के शैक्षिक स्तर में सुधार के लिए समुदाय व अभिभावकों को प्रेरित कर जागरूकता के लिए लीफलेट/पेम्पलेट बनाए गए हैं तथा जिलेवार एनएएस परिणामों के आधार शैक्षिक उन्नयन की योजना बनाई जाती है।

प्रो. देवनानी ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र पीलीबंगा के रामावि पीलीबंगा गांव, रामावि डीगवाला, रामावि खेदासरी, रामावि भेरूसरी, रामावि कनवानी, रामावि गांधी नगर में संचालित राजकीय माध्यमिक विद्यालयों को क्रमोन्नत किए जाने का प्रस्ताव वित्त विभाग को प्रस्तुत किया गया है।

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