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दुनिया की सबसे बड़ी मंडी की तरह बनेगी गन्नौर मंडी, जल्द टेंडर होगा अलॉटः दलाल

करनाल। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा है कि फ्रांस और हालैंड की तर्ज पर हरियाणा के गन्नौर में दुनिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय सब्जी मंडी बनाई जाएगी। इसके लिए जल्द ही टेंडर अलॉट किए जाएंगे। इससे किसानों के उत्पाद विदेशों तक पहुचेंगे। जिससे किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी और अन्य लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
दलाल ने यह बात घरौंडा स्थित सब्जी उत्कृष्टता केंद्र में 9वें सब्जी एक्सपो-2023 के दौरान कही। कृषि मंत्री ने 9वें सब्जी एक्सपो-2023 एक-एक स्टॉल का भ्रमण कर यहां प्रगतिशील किसानों से बातचीत की। इसके साथ-साथ खेती व किसानों से जुड़ी कंपनियों के स्टॉल पर लगे उत्पादों के संबंध में भी जानकारी ली। प्रगतिशील किसानों को और अधिक मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने किसानों से कहा कि हमें पेस्टिसाइड के इस्तेमाल को कम करके प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ना होगा। पहले एक- एक एकड़ या इससे कम में खेती शुरू करें। जीवामृत व घनामृत से प्राकृतिक खेती करें। इसके लिए हरियाणा सरकार सब्सिडी भी दे रही है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती को सर्टिफाइड करने और अलग से मंडियां स्थापित करने के लिए सरकार कार्य कर रही है।
प्रगतिशील किसानों से सीखें और अपनी आमदनी बढ़ाएंः
कृषि मंत्री ने कहा कि उन्होंने 9वें सब्जी एक्सपो-2023 में भ्रमण किया। यहां 22 जिलों के किसानों के स्टॉल लगे हुए थे। इनमें से ज्यादातर किसान अच्छी आमदनी ले रहे हैं। इन किसानों से अन्य किसानों को भी सीखना चाहिए और बागवानी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे परंपरागत खेती छोड़कर बागवानी की तरफ बढ़ें। जितनी सुविधाएं हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही है, उतनी सुविधा अन्य पड़ोसी राज्यों में नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि किसान खेती को हल्का कारोबार न समझें। किसान की मेहनत की बदौलत ही देश में अन्न के भंडार भरे हैं।
किसान को भी मिल रहा पद्मश्री सम्मानः
दलाल ने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि किसान को भी पद्मश्री सम्मान मिल रहा है। भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां ज्यादा किसानों को पद्मश्री मिलना चाहिए। उन्होंने किसानों को बागवानी, मशरूम उत्पादन, डेयरी, मछलीपालन, झींगा पालन आदि की तरफ बढ़कर अपनी आमदनी बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसान और खेती दोनों का जोखिम कम करने पर काम कर रही है। हरियाणा सरकार ने भावांतर भरपाई योजना से किसानों को लाभ पहुंचाया है। इस साल इस योजना के अंतर्गत 24 करोड़ रुपये किसानों को दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त कृषि बजट को भी लगातार बढ़ाया गया है।
नैनो यूरिया का इस्तेमाल करें किसानः
उन्होंने कहा कि किसान नैनो यूरिया का इस्तेमाल करें। यह यूरिया भारत में निर्मित है। इससे किसानों को फायदा हो रहा है। पिछले वर्ष नैनो यूरिया की 16 लाख बोतल किसानों ने खरीदी थी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसान के हित में नई-नई योजनाएं लेकर आ रही है। आज पराली प्रबंधन, ट्रैक्टर पर सब्सिडी दी जा रही है।
उन्होंने किसानों को ड्रोन आदि की नई-नई तकनीक से खेती करने की सलाह भी दी। इससे न केवल उत्पादन में वृद्धि होगी बल्कि समय की बचत भी होगी। घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा कि किसान परंपरागत खेती छोड़कर खेती के नए रास्ते अपनाएं। बागवानी विभाग के महानिदेशक डॉ अर्जुन सिंह सैनी ने कहाकि उनके लिए यह बड़ी खुशी की बात है कि कोरोना महामारी के बाद इतने बड़े स्तर पर बागवानी एक्सपो आयोजित किया गया है।
दलाल ने यह बात घरौंडा स्थित सब्जी उत्कृष्टता केंद्र में 9वें सब्जी एक्सपो-2023 के दौरान कही। कृषि मंत्री ने 9वें सब्जी एक्सपो-2023 एक-एक स्टॉल का भ्रमण कर यहां प्रगतिशील किसानों से बातचीत की। इसके साथ-साथ खेती व किसानों से जुड़ी कंपनियों के स्टॉल पर लगे उत्पादों के संबंध में भी जानकारी ली। प्रगतिशील किसानों को और अधिक मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने किसानों से कहा कि हमें पेस्टिसाइड के इस्तेमाल को कम करके प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ना होगा। पहले एक- एक एकड़ या इससे कम में खेती शुरू करें। जीवामृत व घनामृत से प्राकृतिक खेती करें। इसके लिए हरियाणा सरकार सब्सिडी भी दे रही है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती को सर्टिफाइड करने और अलग से मंडियां स्थापित करने के लिए सरकार कार्य कर रही है।
प्रगतिशील किसानों से सीखें और अपनी आमदनी बढ़ाएंः
कृषि मंत्री ने कहा कि उन्होंने 9वें सब्जी एक्सपो-2023 में भ्रमण किया। यहां 22 जिलों के किसानों के स्टॉल लगे हुए थे। इनमें से ज्यादातर किसान अच्छी आमदनी ले रहे हैं। इन किसानों से अन्य किसानों को भी सीखना चाहिए और बागवानी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे परंपरागत खेती छोड़कर बागवानी की तरफ बढ़ें। जितनी सुविधाएं हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही है, उतनी सुविधा अन्य पड़ोसी राज्यों में नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि किसान खेती को हल्का कारोबार न समझें। किसान की मेहनत की बदौलत ही देश में अन्न के भंडार भरे हैं।
किसान को भी मिल रहा पद्मश्री सम्मानः
दलाल ने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि किसान को भी पद्मश्री सम्मान मिल रहा है। भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां ज्यादा किसानों को पद्मश्री मिलना चाहिए। उन्होंने किसानों को बागवानी, मशरूम उत्पादन, डेयरी, मछलीपालन, झींगा पालन आदि की तरफ बढ़कर अपनी आमदनी बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसान और खेती दोनों का जोखिम कम करने पर काम कर रही है। हरियाणा सरकार ने भावांतर भरपाई योजना से किसानों को लाभ पहुंचाया है। इस साल इस योजना के अंतर्गत 24 करोड़ रुपये किसानों को दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त कृषि बजट को भी लगातार बढ़ाया गया है।
नैनो यूरिया का इस्तेमाल करें किसानः
उन्होंने कहा कि किसान नैनो यूरिया का इस्तेमाल करें। यह यूरिया भारत में निर्मित है। इससे किसानों को फायदा हो रहा है। पिछले वर्ष नैनो यूरिया की 16 लाख बोतल किसानों ने खरीदी थी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसान के हित में नई-नई योजनाएं लेकर आ रही है। आज पराली प्रबंधन, ट्रैक्टर पर सब्सिडी दी जा रही है।
उन्होंने किसानों को ड्रोन आदि की नई-नई तकनीक से खेती करने की सलाह भी दी। इससे न केवल उत्पादन में वृद्धि होगी बल्कि समय की बचत भी होगी। घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा कि किसान परंपरागत खेती छोड़कर खेती के नए रास्ते अपनाएं। बागवानी विभाग के महानिदेशक डॉ अर्जुन सिंह सैनी ने कहाकि उनके लिए यह बड़ी खुशी की बात है कि कोरोना महामारी के बाद इतने बड़े स्तर पर बागवानी एक्सपो आयोजित किया गया है।
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