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अमेरिका में पकड़ा गया गैंगस्टर अमित शर्मा, लॉरेंस और रोहित गोदारा गैंग का सक्रिय सदस्य

विदेश भागने के बाद अमित शर्मा ने कई नाम अपनाए। गैंग में उसे जैक, सुल्तान, डॉक्टर, पंडित जी और अर्पित के नामों से जाना जाता था। इसके बावजूद गैंग के अन्य सदस्य कभी भी उसके असली नाम को उजागर नहीं होने देते थे।
दिनेश एम.एन. ने बताया कि अमित शर्मा का मुख्य काम गैंग के लिए वित्तीय प्रबंधन करना था। वह विदेश में जमा रकम को विभिन्न माध्यमों से गैंग के सदस्यों तक पहुँचाता, उनके लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करवाता और शरण का प्रबंध करता था। अमित शर्मा ने रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ के लिए हवाला और मनी ट्रांजैक्शन के जरिये विदेश में राशि भेजी। इन पैसों से गैंग हथियार खरीदता और ड्रग्स के कारोबार में भी सक्रिय था।
विदेश में फैला नेटवर्क और संपर्क:जांच में पता चला कि अमित शर्मा लगातार रोहित गोदारा और वीरेंद्र चरण उर्फ गोल्डी बराड़ के संपर्क में था। वह उनके लिए विदेश में शरण, फाइनेंस और अपराध की योजनाओं का संचालन करता था। इसके अलावा, वह ड्रग्स और हथियारों के कारोबार में भी सक्रिय था।
प्रमुख आपराधिक घटनाएं :
29 अप्रैल 2022: श्रीगंगानगर में अमोद कुमार भगत के घर पर फिरौती के लिए फायरिंग। अमित शर्मा ने लॉरेंस बिश्नोई के निर्देश पर यह घटना करवायी।
26 जनवरी 2022: पुरानी आबादी में अवैध पिस्तौल और कारतूस बरामद। यह हथियार अमित शर्मा ने उपलब्ध कराए थे।
जनवरी 2024: उम्मीद कुमार से 6 पिस्टल और 84 कारतूस बरामद। ये हथियार अमित शर्मा और उसके गांव के योगेश स्वामी ने दिए थे।
सुनील शर्मा हत्या प्रयास: अमित शर्मा, अनमोल बिश्नोई और आरजू बिश्नोई ने मिलकर सुनील शर्मा की हत्या करवाने का प्रयास किया।
दिनेश एम.एन. ने बताया कि अमित शर्मा के खिलाफ पहले से ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी था और अब उसे भारत लाकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी।
गैंगस्टर अमित शर्मा की गिरफ्तारी से लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क पर बड़ा झटका लगा है। यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स और इंटरपोल के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
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