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वन मंत्री ने खजियार में बैटरी चालित पर्यटक कार का भी शुभारंभ किया

चंबा। वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का ग्रीन
कवर 67 प्रतिशत से अधिक हो चुका है। गत 4 वर्षों के दौरान ही प्रदेश में 13
वर्ग किलोमीटर अतिरिक्त वन क्षेत्र जुड़ा है। ठाकुर सिंह भरमौरी ने ये बात खजियार में आयोजित 68वें वृत स्तरीय वन महोत्सव के अवसर पर लोगों को
संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि यहां की नैसर्गिक सुंदरता एक अमूल्य
धरोहर है। हम सब का यह कर्तव्य है कि ना केवल पौधारोपण करें बल्कि वनों का
संरक्षण भी करें। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने निजी उपयोग के लिए एक
पेड़ का उपयोग करता है उसे 10 पौधे लगाने चाहिए ताकि वनों में विस्तार हो
और पर्यावरण का भी संरक्षण हो। वन मंत्री ने कहा कि वन विभाग द्वारा अपने
पौधारोपण अभियान के तहत जहां 60 फ़ीसदी चारा देने वाले पौधों को लगाया जा
रहा है, वहीं 40 फ़ीसदी उन पौधों को रोपित किया जा रहा है, जिनमें औषधीय गुण
विद्यमान रहते हैं।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में एग्रो फॉरेस्ट्री नामक परियोजना भी क्रियान्वित की जा रही है। इस परियोजना के माध्यम से लोग ना केवल अपने निजी खेतों व अनुपयोगी भूमि में पेड़ों को लगा सकेंगे, बल्कि इससे उन्हें आजीविका भी मिलेगी। सरकार में जिन 24 प्रजातियों को अधिसूचित सूची से बाहर किया है, उन्हें लगाने के बाद लोगों को उस लकड़ी को बेचने के लिए वन विभाग से अनुमति लेने की भी आवश्यकता नहीं होगी। ग्रामीणों को पौधे वन विभाग द्वारा निशुल्क दिए जाएंगे। इसके अलावा 3 सालों तक उनके रखरखाव का खर्च भी दिया जाएगा। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे इस परियोजना का पूरा लाभ उठाएं।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान 1100 वन रक्षकों की भर्ती की जा चुकी है।जबकि 174 वन रक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि भरमौर क्षेत्र में ज़ू की स्थापना को लेकर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद भरमौर क्षेत्र में भी एक ज़ू की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि खजियार में भी ज़ू की स्थापना को लेकर विचार किया जाएगा। ठाकुर सिंह भरमौरी ने इससे पूर्व पर्यटन स्थल खजियार के समीप पौधारोपण अभियान का शुभारंभ करते हुए बिरमी प्रजाति का पौधा रोपा । वन मंत्री ने बाद में खजियार में बैटरी चालित पर्यटक कार का भी शुभारंभ किया। इस कार सेवा की उपलब्धता के बाद अब पर्यटकों को झील की परिधि में बैटरी चालित कार के माध्यम से खजियार झील और आस-पास के नजारे देखने का मौका मिलेगा। वन मंत्री ने बताया कि बैटरी चालित कार से यहां के पर्यावरण को भी लाभ मिलेगा। वन मंत्री ने खुलासा करते हुए कहा कि खजियार के विकास को लेकर 1.63 करोड़ की राशि मंजूर हुई है ।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में एग्रो फॉरेस्ट्री नामक परियोजना भी क्रियान्वित की जा रही है। इस परियोजना के माध्यम से लोग ना केवल अपने निजी खेतों व अनुपयोगी भूमि में पेड़ों को लगा सकेंगे, बल्कि इससे उन्हें आजीविका भी मिलेगी। सरकार में जिन 24 प्रजातियों को अधिसूचित सूची से बाहर किया है, उन्हें लगाने के बाद लोगों को उस लकड़ी को बेचने के लिए वन विभाग से अनुमति लेने की भी आवश्यकता नहीं होगी। ग्रामीणों को पौधे वन विभाग द्वारा निशुल्क दिए जाएंगे। इसके अलावा 3 सालों तक उनके रखरखाव का खर्च भी दिया जाएगा। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे इस परियोजना का पूरा लाभ उठाएं।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान 1100 वन रक्षकों की भर्ती की जा चुकी है।जबकि 174 वन रक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि भरमौर क्षेत्र में ज़ू की स्थापना को लेकर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद भरमौर क्षेत्र में भी एक ज़ू की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि खजियार में भी ज़ू की स्थापना को लेकर विचार किया जाएगा। ठाकुर सिंह भरमौरी ने इससे पूर्व पर्यटन स्थल खजियार के समीप पौधारोपण अभियान का शुभारंभ करते हुए बिरमी प्रजाति का पौधा रोपा । वन मंत्री ने बाद में खजियार में बैटरी चालित पर्यटक कार का भी शुभारंभ किया। इस कार सेवा की उपलब्धता के बाद अब पर्यटकों को झील की परिधि में बैटरी चालित कार के माध्यम से खजियार झील और आस-पास के नजारे देखने का मौका मिलेगा। वन मंत्री ने बताया कि बैटरी चालित कार से यहां के पर्यावरण को भी लाभ मिलेगा। वन मंत्री ने खुलासा करते हुए कहा कि खजियार के विकास को लेकर 1.63 करोड़ की राशि मंजूर हुई है ।
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