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नकली दवाओं से बच्चों की जान खतरे में, डॉक्टर की सलाह के बिना दवाइयां न लें

khaskhabar.com: रविवार, 12 अक्टूबर 2025 3:18 PM (IST)
नकली दवाओं से बच्चों की जान खतरे में, डॉक्टर की सलाह के बिना दवाइयां न लें
जोधपुर। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से नकली और घटिया दवाओं का बाजार गर्म है, जहां मेडिकल स्टोर्स पर बिना डॉक्टर की पर्ची के दवाइयां बेची जा रही हैं। यह सेल्फ-मेडिकेशन की आदत बच्चों और आमजन के लिए जानलेवा साबित हो रही है। हालिया जांचों से पता चला है कि एंटीबायोटिक्स, दर्द निवारक और कफ सिरप जैसी दवाएं गुणवत्ता में फेल हैं, लेकिन सुस्ती के चलते हजारों यूनिट्स बिक चुकीं। विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं: "डॉक्टर की बिना सलाह ना लें मेडिकल स्टोर से दवाईया", क्योंकि इससे एंटीबायोटिक रेसिस्टेंस, एलर्जी, किडनी-लीवर डैमेज और मौत का खतरा बढ़ जाता है। सेल्फ-मेडिकेशन के खतरे: बच्चों पर सबसे ज्यादा असरभारत में सेल्फ-मेडिकेशन की दर ऊंची है, खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां डॉक्टर दूर हैं। जोधपुर और राजस्थान के अन्य जिलों में नकली एंटीबायोटिक्स (जैसे अमॉक्सिसिलिन, सिप्रोफ्लॉक्सासिन) और पेनकिलर्स बिना प्रिस्क्रिप्शन के बिक रहे हैं, जो बच्चों के इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देते हैं।
हाल ही में कफ सिरप से मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बच्चों की मौतें हुईं, और राजस्थान में भी ऐसे केस रिपोर्ट हुए जहां घटिया दवाओं से ऐंठन, सांस की तकलीफ और मौत हुई।
बच्चों में सेल्फ-मेडिकेशन से एडवर्स इफेक्ट्स, ट्रीटमेंट फेलियर और एंटीबायोटिक रेसिस्टेंस का रिस्क ज्यादा है, क्योंकि उनका शरीर दवाओं को अलग तरीके से रिएक्ट करता है।
एंटीबायोटिक्स और कफ सिरप: 40 से ज्यादा बैच फेल, चुरू, सीकर और भरतपुर में मौतें।
दर्द निवारक और एंटी-एलर्जिक: साल्ट्स की कमी से इलाज असफल, एलर्जी का खतरा।
विटामिन सप्लीमेंट्स: कुपोषित बच्चों के लिए जहर समान।
फार्मासिस्ट और परिवार की सलाह पर दवाएं लेना आम है, लेकिन यह गलत डोज या नकली दवा से स्वास्थ्य बिगाड़ सकता है।
विभाग की लापरवाही और कार्रवाई की मांग राजस्थान ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट ने 65 कंपनियों की जांच शुरू की है, एक अधिकारी सस्पेंड हुआ, लेकिन जांच में देरी से दवाएं बाजार में पहुंच गईं।
विशेषज्ञ कहते हैं कि जागरूकता अभियान चलाएं, ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल क्लीनिक बढ़ाएं और दवाएं खरीदते वक्त कैश मेमो लें। यदि कोई साइड इफेक्ट हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट करें।यह चेतावनी है: डॉक्टर की सलाह के बिना दवाइयां न लें, खासकर बच्चों के लिए। आपकी सेहत से खिलवाड़ न करें!

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