Advertisement
नगर निगम के दो भूखंडों पर अतिक्रमी ने रातोंरात बना दी दीवार
निगम के 272 भूखंडों के गड़बड़झाले की जांच कर रही है एसओजी, दो भूखंड भी इनमें शामिल
उदयपुर। नगर विकास प्रन्यास से नगर निगम को हस्तांतरित भूखंड़ों की जांच एसओजी पहले से कर रही है कि इन्हीं में शामिल दो भूखंडों पर अतिक्रमी के दीवार बनाए जाने का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत भाजपा पार्षद ने निगम बोर्ड से की है। निगम के जिन दो भूखंडों पर चारदीवारी बना ली गई, वे प्रतापनगर क्षेत्र में हैं। भूखंड संख्या 182-183 पर रातोंरात तीन-तीन फीट की चारदीवारी बनाकर अवैध निर्माण कर लिया गया।
क्षेत्रीय वार्ड 44 के भाजपा पार्षद संजय भगतानी ने इसकी शिकायत नगर निगम के मेयर जीएस टांक, डिप्टी मेयर पारस सिंघवी, राजस्व समिति अध्यक्ष अरविंद जारौली, रेवन्यू इंस्पेक्टर विजय जैन से की। लेकिन, कोई परिणाम नहीं निकला।
निगम अधिकारियों पर लगाया मिलीभगत का आरोपः
पार्षद भगतानी ने बताया कि इस भूखंड पर नगर निगम की संपत्ति का बोर्ड भी लगा हुआ है। निगम अधिकारियों की मिलीभगत से ही यह अतिक्रमण किया जा रहा है। शिकायत के बावजूद किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही। जिन भूखंडों पर अतिक्रमण किया गया, उनकी कीमत एक करोड़ से अधिक बताई जा रही है। इधर, नगर निगम आयुक्त मयंक आयुक्त का कहना है कि जानकारी जुटाई जा रही है।
डिप्टी मेयर बोले-हाईकोर्ट का स्टे, इसके बावजूद कैसे बना ली दीवार?
इस मामले में उप महापौर पारस सिंघवी का कहना है कि हाईकोर्ट का स्टे है, लेकिन सवाल यह भी खड़ा होता है कि इसके बावजूद इन प्लॉट पर किसी ने दीवार कैसे बना ली?
इस क्षेत्र में निगम के हैं 25 प्लॉटः
बताया गया कि 30 साल पहले प्रतापनगर में नगर विकास प्रन्यास ने कॉलोनी काटी थी। 10 साल पहले आबादी क्षेत्र में आने के बाद यूआईटी ने इस क्षेत्र को निगम को ट्रांसफर कर दिया था। तब यूआईटी ने लगभग 100 खाली भूखंड भी निगम को हस्तांतरित कर किए थे। जिन-जिन पर समय-समय पर कब्जे होते रहे। सात महीने पहले निगम ने सर्वे किया और माना 25 भूखंड निगम की संपत्ति है। इनमें ये दोनों भूखंड भी शामिल हैं।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
उदयपुर
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement