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सलूणी में डॉक्टर का पद कई वर्षो से खाली

चंबा । विकास खंड सलूणी के
गांव में आयुर्वैदिक डिस्पेन्सरी में डॉक्टर का पद पिछले कई वर्षो से खाली पड़ा है जिसके
कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस आयुर्वैदिक डिस्पेन्सरी
को फार्मासिस्ट तथा चपड़ासी के द्वारा चलाया जा रहा है!
स्थानीय लोग अशोक,
भगत राम,प्रकाश चंद और पवन व अन्य गृहणी महिलाओं आदि का कहना है कि वह इस पद को भरवाने
के लिए सरकार से कई बार विनम्र अनुरोध किया जा चुके हैं परन्तु उनकी इस दर्द भरी अपील
पर न तो सरकार ने कोई सुध ली और न ही जिला प्रसासन ने इस और कोई गम्भीरता दिखाई !
स्थानीय ग्रामीण लोगों का कहना है कि हमारे गांव में आयुर्वैदिक डिस्पेन्सरी होने के बाबजूद भी सभी ग्रामीणों को छोटे- मोटे ईलाज के लिये अपने गांव से 25 किलोमीटर दूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुंडला जाना पड़ता है, परन्तु हम ग्रामीण लोगों की मुसीबतें यंही ही नहीं थमती वहां जाकर भी उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लम्बी कतार में घण्टों खड़े होकर अपनी बारी का इंतज़ार करना पड़ता है जिससे उनका पूरा समय उसी में चला जाता है ! ग्रामीणों का यह भी कहना है कि यह पंचायत विकास की दृष्टि से बहुत ज्यादा पिछडी़ हुई है जिस कारण वह महंगे क्लीनिकों में उपचार करवाने में असमर्थ है ! लोगों ने प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सरकार सड़क,स्वास्थ्य और शिक्षा के सरकारी दावे भी हवा हवाई साबित हुए हैं। ग्रामीणों ने सरकार व विभाग से गुहार लगाई है कि उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करने में जो मुश्किलों का सामना न करना पड़े इसलिए जल्द से जल्द डिस्पेन्सरी में पेड़े रिक्त पद को जल्दी भरने की गुजारिश की है।
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स्थानीय ग्रामीण लोगों का कहना है कि हमारे गांव में आयुर्वैदिक डिस्पेन्सरी होने के बाबजूद भी सभी ग्रामीणों को छोटे- मोटे ईलाज के लिये अपने गांव से 25 किलोमीटर दूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुंडला जाना पड़ता है, परन्तु हम ग्रामीण लोगों की मुसीबतें यंही ही नहीं थमती वहां जाकर भी उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लम्बी कतार में घण्टों खड़े होकर अपनी बारी का इंतज़ार करना पड़ता है जिससे उनका पूरा समय उसी में चला जाता है ! ग्रामीणों का यह भी कहना है कि यह पंचायत विकास की दृष्टि से बहुत ज्यादा पिछडी़ हुई है जिस कारण वह महंगे क्लीनिकों में उपचार करवाने में असमर्थ है ! लोगों ने प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सरकार सड़क,स्वास्थ्य और शिक्षा के सरकारी दावे भी हवा हवाई साबित हुए हैं। ग्रामीणों ने सरकार व विभाग से गुहार लगाई है कि उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करने में जो मुश्किलों का सामना न करना पड़े इसलिए जल्द से जल्द डिस्पेन्सरी में पेड़े रिक्त पद को जल्दी भरने की गुजारिश की है।
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