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नकल कराने पर शिक्षा बोर्ड चेयरमैन ने पुलिस जवान पर दर्ज कराई FIR
नूंह। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दसवीं - बारहवीं की परीक्षाओं में नकल कराने वालों की खैर नहीं है। इस बार नकल कराने में सहयोग करने वाले एक पुलिसकर्मी के खिलाफ ही शिक्षा बोर्ड चेयरमैन ने मुकदमा दर्ज करा दिया।
बच्चों से लेकर डयूटी पर तैनात अध्यापकों के अलावा खाकी वर्दीधारियों की मिलीभगत मिली , तो सख्त क़ानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उक्त खुलासा बोर्ड के चैयरमेन डॉक्टर जगबीर ने पत्रकार वार्ता के दौरान किया। पुलिस ने नकल कराने में सहयोग कर रह रही भीड़ को दौड़ा दौड़ा कर पीटा ही नहीं बल्कि कई को थाने भी ले जाया गया।
चेयरमैन ने नूंह दौरे के दौरान पहले तावडू खंड के तीन परीक्षा केंद्र और फिरोजपुर झिरका के तीन परीक्षा केंद्रों का दौरा किया। दोनों स्थानों की दूरी अधिक होने की वजह से घंटों का समय सफर में लग गया। जिसके चलते सात केस ही बन पाए। चेयरमैन ने प्रशासन - पुलिस प्रशासन के साथ - साथ जिला शिक्षा अधिकारी के इंतजाम की सराहना की। बातचीत के दौरान चैयरमेन ने कहा कि चौधरी अजमत खान मैमोरियल स्कूल अलीपुर तिघरा में सुप्रिडेंट ने डिप्टी चीफ सुप्रिडेंट की गलत तरीके से डयूटी लगाई हुई थी , तो एक फरीदाबाद पुलिस का जवान सादे कपड़ों में नकल करवा रहा था , जिसके खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं। जवान का नाम परवेज आलम बताया गया है। डॉक्टर जगबीर ने परीक्षा केंद्र को भी रद्द करने के आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि नूंह जिले में 19 सेंटर बनाये गए तो राज्य भर में 1169 सेंटर बनाये गए। बुधवार को बारहवीं की परीक्षा के लिए 400 उड़नदस्ते बनाये गए तो सूबे में करीब 2 लाख 46 हजार से अधिक बच्चों ने एग्जाम दिए। डॉक्टर जगबीर सिंह ने कहा कि इस बार जिला शिक्षा अधिकारियों तक को सेंटरों के बारे में एग्जाम से चंद घंटों पहले तक सेंटर डयूटी का पता नहीं था। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वो कम से कम दस केस बनाते हैं ,लेकिन बुधवार को महज सात ही बन पाए , पलवल में बोर्ड सचिव धीरेन्द्र ने इसलिए ज्यादा केस बनाये कि वहां सेंटर भी अधिक थे। उन्होंने कहा कि उड़नदस्ते सेंटर की ओपनिंग और क्लोजिंग अपनी देखरेख में कराएंगे , ऐसी व्यवस्था इस बार की गई है।
एसडीएम डॉक्टर मनोज कुमार ने कहा कि एग्जाम के दौरान नूंह में जिन परीक्षा केंद्रों के बाहर फोटोस्टेट की मशीन चल रही हैं , उनकी पड़ताल कर उनके खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को बोर्ड एग्जाम की बानगी को देखकर नकलचियों और सहयोगियों की नींद उड़ गई। पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था के सामने शरारती तत्वों की एक नहीं चली। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी डॉक्टर दिनेश शास्त्री मौजूद थे।
बच्चों से लेकर डयूटी पर तैनात अध्यापकों के अलावा खाकी वर्दीधारियों की मिलीभगत मिली , तो सख्त क़ानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उक्त खुलासा बोर्ड के चैयरमेन डॉक्टर जगबीर ने पत्रकार वार्ता के दौरान किया। पुलिस ने नकल कराने में सहयोग कर रह रही भीड़ को दौड़ा दौड़ा कर पीटा ही नहीं बल्कि कई को थाने भी ले जाया गया।
चेयरमैन ने नूंह दौरे के दौरान पहले तावडू खंड के तीन परीक्षा केंद्र और फिरोजपुर झिरका के तीन परीक्षा केंद्रों का दौरा किया। दोनों स्थानों की दूरी अधिक होने की वजह से घंटों का समय सफर में लग गया। जिसके चलते सात केस ही बन पाए। चेयरमैन ने प्रशासन - पुलिस प्रशासन के साथ - साथ जिला शिक्षा अधिकारी के इंतजाम की सराहना की। बातचीत के दौरान चैयरमेन ने कहा कि चौधरी अजमत खान मैमोरियल स्कूल अलीपुर तिघरा में सुप्रिडेंट ने डिप्टी चीफ सुप्रिडेंट की गलत तरीके से डयूटी लगाई हुई थी , तो एक फरीदाबाद पुलिस का जवान सादे कपड़ों में नकल करवा रहा था , जिसके खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं। जवान का नाम परवेज आलम बताया गया है। डॉक्टर जगबीर ने परीक्षा केंद्र को भी रद्द करने के आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि नूंह जिले में 19 सेंटर बनाये गए तो राज्य भर में 1169 सेंटर बनाये गए। बुधवार को बारहवीं की परीक्षा के लिए 400 उड़नदस्ते बनाये गए तो सूबे में करीब 2 लाख 46 हजार से अधिक बच्चों ने एग्जाम दिए। डॉक्टर जगबीर सिंह ने कहा कि इस बार जिला शिक्षा अधिकारियों तक को सेंटरों के बारे में एग्जाम से चंद घंटों पहले तक सेंटर डयूटी का पता नहीं था। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वो कम से कम दस केस बनाते हैं ,लेकिन बुधवार को महज सात ही बन पाए , पलवल में बोर्ड सचिव धीरेन्द्र ने इसलिए ज्यादा केस बनाये कि वहां सेंटर भी अधिक थे। उन्होंने कहा कि उड़नदस्ते सेंटर की ओपनिंग और क्लोजिंग अपनी देखरेख में कराएंगे , ऐसी व्यवस्था इस बार की गई है।
एसडीएम डॉक्टर मनोज कुमार ने कहा कि एग्जाम के दौरान नूंह में जिन परीक्षा केंद्रों के बाहर फोटोस्टेट की मशीन चल रही हैं , उनकी पड़ताल कर उनके खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को बोर्ड एग्जाम की बानगी को देखकर नकलचियों और सहयोगियों की नींद उड़ गई। पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था के सामने शरारती तत्वों की एक नहीं चली। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी डॉक्टर दिनेश शास्त्री मौजूद थे।
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