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रेस्तरां मालिक की हत्या के मामले में दंत चिकित्सक व तीन अन्य को ठहराया दोषी
लखनऊ। एक दंत चिकित्सक और तीन अन्य को करीब सात साल पहले हुई एक रेस्तरां मालिक की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया है। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद गजाली ने रिट्ज कॉन्टिनेंटल होटल के मालिक ब्रह्म शंकर खन्ना उर्फ बॉबी की हत्या के लिए दंत चिकित्सक नमिश त्रिवेदी, शूटर सुभाष यादव, सैफ और अदनान को दोषी ठहराया। जनवरी 2016 में खन्ना की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गोली लगने के दो दिन बाद केजीएमयू में खन्ना की मौत हो गई थी। चूंकि शहर की पुलिस मामले को सुलझाने में विफल रही, इसलिए इसे एसटीएफ को स्थानांतरित कर दिया गया।
एसटीएफ के प्रवक्ता ने कहा कि नमिश की कॉल डिटेल से पता चला है कि वह सुभाष के संपर्क में था, जिसके खिलाफ 17 मामले दर्ज हैं। इससे हमें मामले को सुलझाने में मदद मिली।
एसटीएफ ने सुभाष, सैफ और अदनान को आजमगढ़ से दबोचा था। हत्या के पीछे का मकसद नमिश के स्वामित्व वाले महानगर में 10 हजार वर्ग फुट का अस्पताल-सह निवास था।
खन्ना नमिश के क्लिनिक पर जाया करते थे। दंत चिकित्सक वित्तीय संकट का सामना कर रहा था और खन्ना ने इसके लिए 7.5 करोड़ रुपये देने की पेशकश की।
उन्होंने फरवरी 2015 में 1.5 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान किया।
खन्ना के दोस्त के मुताबिक इसके बाद से दोनों के बीच दुश्मनी बढ़ने लगी।
खन्ना चाहते थे कि नमिश जायदाद का दर्जा बदलकर एलडीए से फ्री होल्ड करवा लें, लेकिन इसके लिए वह बकाया राशि की मांग करता रहा।
अंत में जब दोनों किसी समझौते पर नहीं पहुंच सके, तो नमिश ने उन्हें खत्म करने का फैसला किया।(आईएएनएस)
एसटीएफ के प्रवक्ता ने कहा कि नमिश की कॉल डिटेल से पता चला है कि वह सुभाष के संपर्क में था, जिसके खिलाफ 17 मामले दर्ज हैं। इससे हमें मामले को सुलझाने में मदद मिली।
एसटीएफ ने सुभाष, सैफ और अदनान को आजमगढ़ से दबोचा था। हत्या के पीछे का मकसद नमिश के स्वामित्व वाले महानगर में 10 हजार वर्ग फुट का अस्पताल-सह निवास था।
खन्ना नमिश के क्लिनिक पर जाया करते थे। दंत चिकित्सक वित्तीय संकट का सामना कर रहा था और खन्ना ने इसके लिए 7.5 करोड़ रुपये देने की पेशकश की।
उन्होंने फरवरी 2015 में 1.5 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान किया।
खन्ना के दोस्त के मुताबिक इसके बाद से दोनों के बीच दुश्मनी बढ़ने लगी।
खन्ना चाहते थे कि नमिश जायदाद का दर्जा बदलकर एलडीए से फ्री होल्ड करवा लें, लेकिन इसके लिए वह बकाया राशि की मांग करता रहा।
अंत में जब दोनों किसी समझौते पर नहीं पहुंच सके, तो नमिश ने उन्हें खत्म करने का फैसला किया।(आईएएनएस)
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