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बेटी ने प्रेमी से शादी की, मां-बाप ने मृत घोषित किया, मृत्युभोज का आयोजन

जयपुर। अपनी बेटी के अपने प्रेमी के साथ भाग जाने और उससे शादी करने से आहत और परेशान उसके माता-पिता ने उसे 'मृत' घोषित कर दिया। उन्होंने एक शोक संदेश के साथ कार्ड छपवाए और वितरित किए तथा 13 जून को एक 'मृत्यु भोज' भी निर्धारित किया है। 18 साल की लड़की की, जो अभी जीवित है, शोक सभा में शामिल होने के लिए भेजा गया यह निमंत्रण कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
घटना राजस्थान के रतनपुरा गांव की है।
पता चला है कि गांव रतनपुरा निवासी युवती दांतल गांव के एक युवक से प्रेम करती थी और उससे उसने शादी कर ली। बताया जा रहा है कि जब वह नाबालिग थी तो परिवार ने उसी युवक से उसकी शादी तय की थी।
हालांकि, कुछ महीने पहले दोनों परिवारों के बीच विवाद के कारण यह रिश्ता टूट गया।
किशोरी 17 मई से घर से लापता है। उसकी मां ने हमीरगढ़ थाने में गुमशुदगी दर्ज करायी थी।
लड़की अपने पति के साथ 1 जून को थाने पास पहुंची। उसने पुलिस को बताया कि वह 27 मई को 18 साल की हो गई है।
उसने पुलिस को बताया कि एक जून को उसकी आर्य समाज रीति से शादी हुई थी और वह अपने पति के साथ रहना चाहती है।
बाद में जब लड़की के माता-पिता भी थाने पहुंचे तो उन्होंने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया।
युवक और लड़की फिर चले गए। वे अभी भी एक साथ रह रहे हैं।
घटनाक्रम से नाराज और परेशान उसके पिता ने उसके लिए 'पीहर गौरानी' (मृत्यु के बाद आयोजित की जाने वाली दावत) का आयोजन करने का फैसला किया।
1 जून से 12 जून तक बारह दिन का शोक मनाया जा रहा है।
--आईएएनएस
घटना राजस्थान के रतनपुरा गांव की है।
पता चला है कि गांव रतनपुरा निवासी युवती दांतल गांव के एक युवक से प्रेम करती थी और उससे उसने शादी कर ली। बताया जा रहा है कि जब वह नाबालिग थी तो परिवार ने उसी युवक से उसकी शादी तय की थी।
हालांकि, कुछ महीने पहले दोनों परिवारों के बीच विवाद के कारण यह रिश्ता टूट गया।
किशोरी 17 मई से घर से लापता है। उसकी मां ने हमीरगढ़ थाने में गुमशुदगी दर्ज करायी थी।
लड़की अपने पति के साथ 1 जून को थाने पास पहुंची। उसने पुलिस को बताया कि वह 27 मई को 18 साल की हो गई है।
उसने पुलिस को बताया कि एक जून को उसकी आर्य समाज रीति से शादी हुई थी और वह अपने पति के साथ रहना चाहती है।
बाद में जब लड़की के माता-पिता भी थाने पहुंचे तो उन्होंने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया।
युवक और लड़की फिर चले गए। वे अभी भी एक साथ रह रहे हैं।
घटनाक्रम से नाराज और परेशान उसके पिता ने उसके लिए 'पीहर गौरानी' (मृत्यु के बाद आयोजित की जाने वाली दावत) का आयोजन करने का फैसला किया।
1 जून से 12 जून तक बारह दिन का शोक मनाया जा रहा है।
--आईएएनएस
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