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काशी में उमड़ी आस्था की भीड़, गंगा स्नान और बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालु

श्रद्धालु प्रेम कुमार ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “मैंने गंगा में स्नान किया और अब बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए जा रहा हूं। यहां आकर मुझे जो आनंद मिला, उसे शब्दों में बयान नहीं कर सकता।”
अर्चना शर्मा ने कहा, “मैं प्रार्थना करती हूं कि भगवान सबका भला करें, विश्व में शांति हो और आतंक, बाढ़, प्रलय जैसी आपदाएं खत्म हों। गंगा स्नान और दर्शन के बाद मुझे बहुत शांति मिली है। यहां आकर सारे दुख भूल गए हैं।”
गजानंद पांडे ने बताया, “शरद पूर्णिमा का स्नान और दान परिवार में सुख-समृद्धि लाता है। गंगा स्नान के बाद हम बाबा विश्वनाथ के दर्शन करते हैं। इस बार जलस्तर बढ़ने से भीड़ कम है वरना हर साल घाटों पर भारी भीड़ होती थी।”
संजीव ने कहा, “काशी पावन नगरी है। यहां आकर दैवीय आनंद की अनुभूति होती है। कल शाम से यहां हूं और मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।”
पुलिस और प्रशासन ने घाटों और मंदिरों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सफाई और अन्य व्यवस्थाएं भी की गईं। स्थानीय लोग और पुजारी इस पर्व को काशी की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा मानते हैं। काशी में इस अवसर पर आध्यात्मिक माहौल और भक्ति की लहर देखनेी लहर देखने को मिली।
--आईएएनएस
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