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धर्मांतरण मामला : हिंदू संगठन भी आए विरोध में, धर्मांतरण कराने वालों के लिए फांसी की मांग

गाजियाबाद। गाजियाबाद में धर्मांतरण का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। पहले जांच एजेंसी इस मामले की जांच कर रही थी और अब दूसरी ओर हिंदू संगठन भी इसके पूरी तरह से विरोध में आ गए हैं। हिंदू संगठनों ने आज जिला अधिकारी कार्यालय के बाहर जमकर धरना प्रदर्शन किया और उन्होंने मांग की है कि धर्मांतरण कराने वाले ऐसे मौलवी ऐसे अपराधियों के खिलाफ फांसी की सजा से कम सजा नहीं होनी चाहिए।
मिली जानकारी के मुताबिक गेमिंग एप्लीकेशन के जरिए छात्रों के धर्मांतरण के मामले में जहां रोज नए खुलासे हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ आज हिंदू संगठनों ने जिलाधिकारी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया। जहां इकट्ठा होकर उन्होंने कहा कि मस्जिद के इमाम को फांसी की सजा होनी चाहिए साथ ही धार्मिक स्थल मस्जिद पर भी बुलडोजर चलना चाहिए। यह समाज के लिए एक जहर का काम कर रहे हैं। अब से पहले सिर्फ नौजवानों युवतियों को ही इस्लाम का शिकार बनाया जाता। लेकिन अब छोटे मासूम बच्चों को भी इस तरीके से अपना शिकार बनाया जा रहा है।
महामंडलेश्वर माकंर्डेय पशुपति, पशुपतिनाथ अखाड़ा ने कहा कि पहले गरीब और निर्मल को निशाना बनाया जाता था और उनका धर्मांतरण कराया जाता था फिर युवक और युवतियों पर धर्मांतरण का जाल फेंका जाने लगा और उसके बाद अब नाबालिग और बच्चों पर भी निशाना साधा जा रहा है जो बिल्कुल भी माफ करने वाला अपराध नहीं है। अब मुसलमानों ने हद पार कर दी है उन्होंने देखा कि बच्चे ज्यादातर मोबाइल पर रहते हैं तो मोबाइल के जरिए उन पर धर्मांतरण का जाल फेंका जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा कि हमारे बच्चों के साथ इस तरीके का कृत्य किया जा रहा है।(आईएएनएस)
मिली जानकारी के मुताबिक गेमिंग एप्लीकेशन के जरिए छात्रों के धर्मांतरण के मामले में जहां रोज नए खुलासे हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ आज हिंदू संगठनों ने जिलाधिकारी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया। जहां इकट्ठा होकर उन्होंने कहा कि मस्जिद के इमाम को फांसी की सजा होनी चाहिए साथ ही धार्मिक स्थल मस्जिद पर भी बुलडोजर चलना चाहिए। यह समाज के लिए एक जहर का काम कर रहे हैं। अब से पहले सिर्फ नौजवानों युवतियों को ही इस्लाम का शिकार बनाया जाता। लेकिन अब छोटे मासूम बच्चों को भी इस तरीके से अपना शिकार बनाया जा रहा है।
महामंडलेश्वर माकंर्डेय पशुपति, पशुपतिनाथ अखाड़ा ने कहा कि पहले गरीब और निर्मल को निशाना बनाया जाता था और उनका धर्मांतरण कराया जाता था फिर युवक और युवतियों पर धर्मांतरण का जाल फेंका जाने लगा और उसके बाद अब नाबालिग और बच्चों पर भी निशाना साधा जा रहा है जो बिल्कुल भी माफ करने वाला अपराध नहीं है। अब मुसलमानों ने हद पार कर दी है उन्होंने देखा कि बच्चे ज्यादातर मोबाइल पर रहते हैं तो मोबाइल के जरिए उन पर धर्मांतरण का जाल फेंका जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा कि हमारे बच्चों के साथ इस तरीके का कृत्य किया जा रहा है।(आईएएनएस)
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