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कांग्रेस ने मौत के 1 साल बाद दी नियुक्ति, 25 जनवरी जारी हुए थे आदेश
-जन अभियोग एवं सतर्कता समिति का बनाया सदस्य
भरतपुर। कांग्रेस सरकार द्बारा भरतपुर में जन अभियोग एवं सतर्कता समिति के लिए 5 लोगों की नियुक्तियां की गईं, लेकिन इसमें से एक व्यक्ति ऐसा भी था जिसकी मौत हो चुकी थी और उसे भी उसे भी नियुक्ति दे दी गई। जिसके बाद इसकी पूरे शहर में चर्चा है, लेकिन जैसे ही इस बात का पता लगा कि तो अधिकारियों ने इसकी सूचना जयपुर भेज दी। जबकि जिस मरे हुए व्यक्ति की नियुक्ति की गई उसकी मौत 22 दिसंबर 2021 को हो गई थी।
25 जनवरी को सरकार द्वारा जारी किये गये नियुक्ति आदेश में एक कार्यकर्ता संजय लवानियां का नाम भी है। संजय लवानियां की मौत 2021 में हो गई है। कार्यकर्ता की मृत्यु के बाद नियुक्ति के आदेश की चारों तरफ चर्चा का विषय बन गई है। लोगों का कहना है कि अब चुनाव नजदीक आ रहे हैं इसलिए सरकार को संगठन और कार्यकर्ता याद आ रहे हैं।
इस मामले पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुभाष गोयल ने बताया है कि, अभी राज्य सरकार की ओर से जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के सदस्यों की नियुक्ति की गई है, कुल 5 सदस्य मनोनीत किये गए हैं। उनकी वर्तमान की स्थिति मांगी थी। वेरिफिकेशन मांगा गया था, की यह लोग कहां हैं, जब उप जिला कलेक्टर स्तर पर इसकी जांच की गई तो पता लगा की जो सरकार द्वारा सदस्य मनोनीत किये हैं, उनमें से संजय लवानियां की मौत हो चुकी है। जैसे यह सूचना हमको प्राप्त हुई है हमने यह सूचना सरकार को भेज दी है। यह जो भी नाम है पहले ही प्रपोज कर दिए थे, लेकिन किन्हीं कारणवश मनोनीत की कार्रवाई में जो समय लगा उस दौरान संजय लवानियां की मृत्यु हो गई हमने सरकार को सूचना भेज दी है, अब सरकार द्वारा किसी अन्य कार्यकर्ता को मनोनीत किया जायेगा।
भरतपुर। कांग्रेस सरकार द्बारा भरतपुर में जन अभियोग एवं सतर्कता समिति के लिए 5 लोगों की नियुक्तियां की गईं, लेकिन इसमें से एक व्यक्ति ऐसा भी था जिसकी मौत हो चुकी थी और उसे भी उसे भी नियुक्ति दे दी गई। जिसके बाद इसकी पूरे शहर में चर्चा है, लेकिन जैसे ही इस बात का पता लगा कि तो अधिकारियों ने इसकी सूचना जयपुर भेज दी। जबकि जिस मरे हुए व्यक्ति की नियुक्ति की गई उसकी मौत 22 दिसंबर 2021 को हो गई थी।
25 जनवरी को सरकार द्वारा जारी किये गये नियुक्ति आदेश में एक कार्यकर्ता संजय लवानियां का नाम भी है। संजय लवानियां की मौत 2021 में हो गई है। कार्यकर्ता की मृत्यु के बाद नियुक्ति के आदेश की चारों तरफ चर्चा का विषय बन गई है। लोगों का कहना है कि अब चुनाव नजदीक आ रहे हैं इसलिए सरकार को संगठन और कार्यकर्ता याद आ रहे हैं।
इस मामले पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुभाष गोयल ने बताया है कि, अभी राज्य सरकार की ओर से जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के सदस्यों की नियुक्ति की गई है, कुल 5 सदस्य मनोनीत किये गए हैं। उनकी वर्तमान की स्थिति मांगी थी। वेरिफिकेशन मांगा गया था, की यह लोग कहां हैं, जब उप जिला कलेक्टर स्तर पर इसकी जांच की गई तो पता लगा की जो सरकार द्वारा सदस्य मनोनीत किये हैं, उनमें से संजय लवानियां की मौत हो चुकी है। जैसे यह सूचना हमको प्राप्त हुई है हमने यह सूचना सरकार को भेज दी है। यह जो भी नाम है पहले ही प्रपोज कर दिए थे, लेकिन किन्हीं कारणवश मनोनीत की कार्रवाई में जो समय लगा उस दौरान संजय लवानियां की मृत्यु हो गई हमने सरकार को सूचना भेज दी है, अब सरकार द्वारा किसी अन्य कार्यकर्ता को मनोनीत किया जायेगा।
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