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धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी को लेकर आयोग का गठन - मनप्रीत बादल

khaskhabar.com : शनिवार, 15 अप्रैल 2017 9:59 PM (IST)
धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी को लेकर आयोग का गठन - मनप्रीत बादल
बठिंडा। बाबा फरीद ग्रुप की ओर से 100 फीट रोड स्थित माहेश्वरी चैक के पास खोले गए नए एजुकेशन संस्थान दि प्रिंसटन रीवियू का शनिवार को उद्घाटन कर दिया गया। इस मौके पर वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने कहा कि विदेशों में शिक्षा हासिल करने के इच्छुक छात्रों के लिए ये केंद्र मार्गदर्शक बनेगा। उन्होंने कहा कि पहले आईलैट्स, टोफल और जीआरई जीमैट की तैयारी के लिए भटकना पड़ता था। लेकिन अब इस केंद्र के खुलने से उनकी समस्याओं का एक ही जगह समाधान हो सकेगा। इस अवसर पर बाबा फरीद ग्रुप के मुख्य सरप्रस्त डाॅ गुरमीत सिंह धालीवाल, एमडी अभितोज धालीवाल, सेंटर के अन्य पदाधिकारी, पीपीसीसी डेलीगेट के के. अग्रवाल, कांग्रेसी नेता राजन गर्ग, प्रकाश चन्द्र, निगम पार्षद जगरूप सिंह और कई अन्य कांग्रेसी नेता भी उपस्थित रहे। पत्रकारों से बातचीत में मनप्रीत बादल ने कहा कि पंजाब में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद अब तक 140 महत्वपूर्ण फैसले लिए जा चुके हैं। जो पंजाब में पहली बार है। पंजाब को नशा मुक्त करने को लेकर उन्होंने कहा कि इसके लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री के साथ अपने तीन दिवसीय मुम्बई दौरे को लेकर मनप्रीत बादल ने कहा कि इस दौरान 27 बड़े उद्योगपतियों से पंजाब में पूंजी निवेश करने के बारे में बात हुई है और सरकार का उद्देश्य हर महीने पंजाब में एक बड़ा उद्योग स्थापित करने का है। जिससे पांच वर्ष में 60 बड़े कारखाने लग सकें और लाखों युवकों को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि सबसे पहले बठिंडा से ऐसे कारखाने की शुरुआत होगी। निजी स्कूलों की ओर से छात्रों से की जा रही लूट को लेकर उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इसे लेकर रेगुलेटरी अथोरिटी का गठन किया जाएगा। जो ऐसे स्कूलों पर लगाम लगाने का कार्य करेगी। लोकपाल को लेकर उन्होंने कहा कि पंजाब में मजबूत लोकपाल बनाया जाएगा। जिसके तहत मुख्यमंत्री व मंत्री भी आएंगे। पंजाब में मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्ति के बारे में मनप्रीत बादल ने कहा कि पहले मंत्रिमंडल पूरा होगा और फिर मुख्य संसदीय सचिवों के बारे में विचार किया जा सकता है। पंजाब में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के बारे में उन्होंने कहा कि इसके लिए सेवामुक्त न्यायाधीश रणजीत सिंह की नियुक्ति कर दी गई है, जो इन कांडों की जांच करेगा।

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