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एक युद्ध नशे के विरूद्ध’’ थीम पर आयोजित हुआ कॉफी विद कलक्टर कार्यक्रम
- जिला कलक्टर
झालावाड़ । झालावाड़ के किशोर बालक-बालिकाओं को नशे से दूर रखने, शिक्षा, स्वास्थ्य और सर्वांगीण विकास पर चर्चा हेतु बुधवार को जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ के मुख्य आतिथ्य में जिला प्रशासन एवं प्राईवेट स्कूल्स वेलफेयर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय पीजी कॉलेज के ऑडिटोरियम में कॉफी विद कलक्टर कार्यक्रम ‘‘एक युद्ध नशे के विरूद्ध’’ थीम पर आयोजित किया गया।
कॉफी विद कलक्टर कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न राजकीय एवं निजी विद्यालयों के विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे ‘‘एक युद्ध नशे के विरूद्ध अभियान’’ के मुख्य किरदार आप सभी किशोर बालक-बालिकाएं हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी के सहयोग से हम सब मिलकर झालावाड़ को नशे से मुक्त जिला बनाएंगे।
जिला कलक्टर ने कहा कि नशा बेचने वाले हर जगह मिल जाएंगे। वो इसका आदी बनने के लिए आपको मजबूर करेंगे लेकिन आपको ना कहने की आदत डालनी होगी, तभी आप अपने जीवन की सफलताओं को पा सकेंगे अन्यथा नशा आपके जीवन की हर सफलता और मंजिल को नष्ट कर देगा। नशे के दुष्परिणाम को जाने और मेहनत कर जीवन में आगे बढ़े क्योंकि स्थाई सफलता मेहनत से ही अर्जित की जाती है।
उन्होंने सभी विद्यार्थियों से कहा कि आज यह प्रण लें कि ना हम नशा करेंगे और ना ही किसी को करने देंगे। साथ ही परिवार में नशा करने वालों को इसके दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए उनको इससे छुटकारा दिलाएंगे। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को नशा नहीं करने की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में पुलिस उपाधीक्षक हर्षराज सिंह खरेड़ा ने कहा कि नशा मुक्ति की सबसे अहम जिम्मेदारी पुलिस विभाग की होती है, परन्तु वर्तमान में कई शिक्षण संस्थाएं एवं सामाजिक संस्थाएं भी इसमें पुलिस विभाग का सहयोग कर रही हैं। उन्होंने कहा कि नशे का अंत मौत है। बुरी संगत से बचें और दूसरों को नशे का सेवन नहीं करने के लिए जागरूक करें।
इस दौरान मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रामसिंह मीणा ने कहा कि देश और समाज का भविष्य बच्चों पर निर्भर होता है। इसमें शिक्षा विभाग की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है। जिसके द्वारा बच्चों को शिक्षा के साथ अच्छे गुणों एवं व्यवहार को अपनाने के बारे में भी सिखाया जाता है। उन्होंने सभी शिक्षकगणों से कहा कि बच्चों को नशे के दुष्परिणाम की जानकारी दें एवं इससे दूर रहने हेतु जागरूक करें।
जिला कलक्टर ने विद्यार्थियों के मन की शंकाओ को किया दूर
इस मौके पर विभिन्न राजकीय एवं निजी विद्यालयों के विद्यार्थियों ने नशे से दूर रहने, इसके दुष्परिणाम, मोबाइल की आदत छुड़वाने एवं जीवन में सफलता के मूल मंत्र को जानने से संबंधित प्रश्नों एवं अपने मन की शंकाओं को जिला कलक्टर के साथ साझा किया। जिला कलक्टर ने सभी विद्यार्थियों के प्रश्नों के जवाब बड़ी सुगमता से उदाहरण के साथ दिए एवं बच्चों के मन की शंकाओं को दूर किया। उन्होंने मुख्यतः विद्यार्थियों से कहा कि समाज में फैली बुराईयों, कुरूतियों एवं गलत आदतों को सुधारना है तो पहले स्वयं अपने आप को बदलना और सुधारना होगा। उन्होंने कहा कि आवश्यक नहीं की शिक्षा के माध्यम से रोजगार पाने को ही अपनी मंजिल बनाएं, आप जिस भी क्षेत्र में श्रेष्ठ हैं उसको अपना लक्ष्य बनाए।
इस दौरान विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों द्वारा नशे के दुष्परिणामों को समझाने हेतु लघुनाटिका प्रस्तुत की गई। साथ ही बाल अधिकारिता विभाग के माध्यम से विद्यार्थियों को बाल विवाह रोकथाम की शपथ भी दिलाई गई।
कार्यक्रम में उपखण्ड अधिकारी झालावाड़ अभिषेक चारण, प्राईवेट स्कूल्स वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष उदयभान सिंह, मनोज शर्मा, जॉनसेन टी.सेम, बाल अधिकारिता विभाग से संरक्षण अधिकारी विष्णु कुमार और परिवीक्षा अधिकारी महावीर सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन हेमन्त शर्मा ने किया।
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