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EXCLUSIVE: सीएम योगी का देवी पाटन मंदिर आतंकियों के निशाने पर

गोंडा।देवीपाटन मंडल
के बलरामपुर
जिले के
तुलसीपुर क्षेत्र
मे स्थित
देश की
51 शक्तिपीठों में
एक मां
पाटेश्वरी देवी
पाटन मंदिर
मे चौत्र
नवरात्रि के
प्रथम दिन
आगामी 29 मार्च
से एक
मास तक
लगने वाले
विशाल मेले
की सभी
तैयारियां पूरी
कर ली
गयी है।
यह मंदिर गोरखपुर की गोरक्षपीठ के नाथ सम्प्रदाय के अखाड़े का मठ है। इसके मठाधीश स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ है। देवी पाटन मंदिर भारत नेपाल सीमा से लगा होने के कारण अत्यंत महत्वपूर्ण और अति संवेदनशील माना जाता है। आतंकियों के निशाने पर रहने के कारण मंदिर परिसर की विशेष निगाहबानी और रेकी आतंक निरोधक दस्ता (एटीएस कर चुकी है। डीआईजी एके राय ने बताया कि मंदिर परिसर मे लगने वाले मेले मे नेपाल भूटान मध्य प्रदेश राजस्थान गुजरात दिल्ली उत्तराखंड और बिहार समेत देश विदेश के कोने कोने से आने वाले लाखों श्रद्धालुओ की सुरक्षा के लिये मंदिर की सुरक्षा का चक्रव्यूह तीनों श्रेणियों मे विभाजित किया गया है। प्रथम श्रेणी मे मंदिर आन्तरिक माँ पाटेश्वरी के दरबार द्वितीय श्रेणी मे मंदिर परिसर और तृतीय श्रेणी मे बाहरी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है।
मुख्यमंत्री बनते ही सुरक्षा बढ़ी मंदिर क्षेत्र में मेला चौकी स्थापित कर पचास दरोगा पचास मुख्य आरक्षी एक सौ सत्तर कांस्टेबल चालीस महिला आरक्षी दो खुफिया निरीक्षक चार खुफिया सिपाही सात यातायात सिपाही अग्निशमन दल बम निरोधक दस्ता एक कम्पनी पीएसी एसएसबी का स्वान दल मेटल डिटेक्टर पचीस सी सी टी वी कैमरे और खुफिया कैमरे लगाये गये है। शोभायात्रा पर भी खतरा उन्होने बताया कि नवरात्रि के पंचमी को नेपाल के दांग देवखऱ से आने वाली पीर बाबा रतनपीर की भव्य पग शोभा यात्रा पर आतंकी साये की काली छाया के मद्देनजर बार्डर पर नेपाल पुलिस की मदद के साथ एस एस बी जवानों को भी नागरिक पुलिस के संग लगाया लगाया है।
देवी पाटन के महंत योगी मिथलेश नाथ ने बताया कि मेले मे इस बार नौटंकी प्रतिबंधित कर दी गयी है। इसके अलावा देवीभक्तों की भारी आमद के दृष्टिगत योगी सरकार द्वारा निजी व सरकारी अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करायी गयी है। साथ ही गोंडा-गोरखपुर रेल प्रखंड पर चार जोड़ी मेला स्पेशल रेलगाडियो को संचालित किया जा रहा है। महिला भक्तों की सुरक्षा के लिये सरकार द्वारा गठित एन्टी रोमियो दल की विशेष टीम की शोहदों उचक्कों पर पैनी निगाह रहेगी।
यह मंदिर गोरखपुर की गोरक्षपीठ के नाथ सम्प्रदाय के अखाड़े का मठ है। इसके मठाधीश स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ है। देवी पाटन मंदिर भारत नेपाल सीमा से लगा होने के कारण अत्यंत महत्वपूर्ण और अति संवेदनशील माना जाता है। आतंकियों के निशाने पर रहने के कारण मंदिर परिसर की विशेष निगाहबानी और रेकी आतंक निरोधक दस्ता (एटीएस कर चुकी है। डीआईजी एके राय ने बताया कि मंदिर परिसर मे लगने वाले मेले मे नेपाल भूटान मध्य प्रदेश राजस्थान गुजरात दिल्ली उत्तराखंड और बिहार समेत देश विदेश के कोने कोने से आने वाले लाखों श्रद्धालुओ की सुरक्षा के लिये मंदिर की सुरक्षा का चक्रव्यूह तीनों श्रेणियों मे विभाजित किया गया है। प्रथम श्रेणी मे मंदिर आन्तरिक माँ पाटेश्वरी के दरबार द्वितीय श्रेणी मे मंदिर परिसर और तृतीय श्रेणी मे बाहरी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है।
मुख्यमंत्री बनते ही सुरक्षा बढ़ी मंदिर क्षेत्र में मेला चौकी स्थापित कर पचास दरोगा पचास मुख्य आरक्षी एक सौ सत्तर कांस्टेबल चालीस महिला आरक्षी दो खुफिया निरीक्षक चार खुफिया सिपाही सात यातायात सिपाही अग्निशमन दल बम निरोधक दस्ता एक कम्पनी पीएसी एसएसबी का स्वान दल मेटल डिटेक्टर पचीस सी सी टी वी कैमरे और खुफिया कैमरे लगाये गये है। शोभायात्रा पर भी खतरा उन्होने बताया कि नवरात्रि के पंचमी को नेपाल के दांग देवखऱ से आने वाली पीर बाबा रतनपीर की भव्य पग शोभा यात्रा पर आतंकी साये की काली छाया के मद्देनजर बार्डर पर नेपाल पुलिस की मदद के साथ एस एस बी जवानों को भी नागरिक पुलिस के संग लगाया लगाया है।
देवी पाटन के महंत योगी मिथलेश नाथ ने बताया कि मेले मे इस बार नौटंकी प्रतिबंधित कर दी गयी है। इसके अलावा देवीभक्तों की भारी आमद के दृष्टिगत योगी सरकार द्वारा निजी व सरकारी अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करायी गयी है। साथ ही गोंडा-गोरखपुर रेल प्रखंड पर चार जोड़ी मेला स्पेशल रेलगाडियो को संचालित किया जा रहा है। महिला भक्तों की सुरक्षा के लिये सरकार द्वारा गठित एन्टी रोमियो दल की विशेष टीम की शोहदों उचक्कों पर पैनी निगाह रहेगी।
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