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CM कांगड़ा में घोणाएं कर शिमला जाकर मुकर रहे : किशन कपूर
धर्मशाला(सीमा अग्रवाल)। भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री किशन कपूर ने धर्मशाला में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का कांगड़ा शीतकालीन प्रवास लोगों को गुमराह करने वाला है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह कांगड़ा में जो घोषणाएं कर रहे हैं बाद में शिमला जाकर अपनी ही बातों से मुकर रहे हैं तथा पुन: कांगड़ा आकर फिर से लोगों को गुमराह करना शुरु कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने केवल यही मांग की थी कि बजट सत्र धर्मशाला में लगाया जाए तथा जम्मू-कश्मीर की तर्ज पर धर्मशाला में राजधानी आनी चाहिए जिसके तहत सभी जरुरी कार्यालय धर्मशाला स्थानांतरित हों, मंत्रियों व प्रशासनिक अधिकारियों के बैठने व रहने के लिए भवनों की व्यवस्था हो।
किशन कपूर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कांगड़ा को बांटों और राजनीति करो पर कायम है। उनका विकास का तराजू क्या है वे खुद भी नहीं जानते। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में जो भी विकास हुआ है वे भाजपा के शासनकाल में हुआ है, जबकि कांग्रेस के शासनकाल में मंत्रियों का विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि पहली बार हुआ है कि विकास के नाम पर मंत्री ने अपने घर के पास ही हैलीपेड का निर्माण करवा लिया, जबकि धर्मशाला विस. क्षेत्र में एक भी नई सड़क का निर्माण तक नहीं हुआ। आज धर्मशाला में जितने भी प्रशासनिक भवन है उनका निर्माण भाजपा के कार्यकाल में ही हुआ है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह शीतकालीन प्रवास के दौरान विकास के नाम पर घोषणाएं नहीं कर रहे बल्कि जनता को मूर्ख बनाकर टॉफियां बांट रहे हैं तथा सारा विकास उपरी क्षेत्रों में किया जा रहा है।
कपूर ने कहा कि प्रदेश में वीरभद्र सिंह कई बार मुख्यमंत्री रहे हैं तो क्यों उन्होंने आज तक ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण नहीं दिया। आज कर्मचारी वर्ग परेशान है। डाक्टरों की हड़ताल के कारण मरीज व उनके परिजनों पर दिक्कतों का पहाड़ टूट पड़ा है। चंबा का जिला अस्पताल 100 बैड तो कर दिया परंतु स्टाफ की कमी के कारण अस्पताल चल नहीं पा रहा है। वीरभद्र सिंह व ठाकुर कौल सिंह के बीच छत्तीस का आंकड़ा है यह जग जाहिर है। हिमुंडा के कर्मचारी हड़ताल हैं। हिमुंडा व पूर्व परिवहन कर्मचारियों को पैंशन सुविधा से वंचित रखा जा रहा है। यह वीरभद्र सिंह की नालायकी नहीं तो और क्या है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला स्मार्ट सीटी के कार्य को लटकाया जा रहा है, जबकि खुद मंत्री ने कबूला है कि केंद्र से स्मार्ट सीटी के लिए 186 करोड़ रुपये जारी हुए हैं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में अगर विकास हुआ है तो मंत्री के घर के आसपास क्षेत्र में नहीं।
किशन कपूर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कांगड़ा को बांटों और राजनीति करो पर कायम है। उनका विकास का तराजू क्या है वे खुद भी नहीं जानते। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में जो भी विकास हुआ है वे भाजपा के शासनकाल में हुआ है, जबकि कांग्रेस के शासनकाल में मंत्रियों का विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि पहली बार हुआ है कि विकास के नाम पर मंत्री ने अपने घर के पास ही हैलीपेड का निर्माण करवा लिया, जबकि धर्मशाला विस. क्षेत्र में एक भी नई सड़क का निर्माण तक नहीं हुआ। आज धर्मशाला में जितने भी प्रशासनिक भवन है उनका निर्माण भाजपा के कार्यकाल में ही हुआ है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह शीतकालीन प्रवास के दौरान विकास के नाम पर घोषणाएं नहीं कर रहे बल्कि जनता को मूर्ख बनाकर टॉफियां बांट रहे हैं तथा सारा विकास उपरी क्षेत्रों में किया जा रहा है।
कपूर ने कहा कि प्रदेश में वीरभद्र सिंह कई बार मुख्यमंत्री रहे हैं तो क्यों उन्होंने आज तक ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण नहीं दिया। आज कर्मचारी वर्ग परेशान है। डाक्टरों की हड़ताल के कारण मरीज व उनके परिजनों पर दिक्कतों का पहाड़ टूट पड़ा है। चंबा का जिला अस्पताल 100 बैड तो कर दिया परंतु स्टाफ की कमी के कारण अस्पताल चल नहीं पा रहा है। वीरभद्र सिंह व ठाकुर कौल सिंह के बीच छत्तीस का आंकड़ा है यह जग जाहिर है। हिमुंडा के कर्मचारी हड़ताल हैं। हिमुंडा व पूर्व परिवहन कर्मचारियों को पैंशन सुविधा से वंचित रखा जा रहा है। यह वीरभद्र सिंह की नालायकी नहीं तो और क्या है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला स्मार्ट सीटी के कार्य को लटकाया जा रहा है, जबकि खुद मंत्री ने कबूला है कि केंद्र से स्मार्ट सीटी के लिए 186 करोड़ रुपये जारी हुए हैं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में अगर विकास हुआ है तो मंत्री के घर के आसपास क्षेत्र में नहीं।
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