Advertisement
मुख्यमंत्री सभी किसानों के कर्ज माफ करने का वादा पूरा करें- किसान संघर्ष कमेटी
सुल्तानपुर लोधी। किसान संघर्ष कमेटी पंजाब के प्रधान सतनाम सिंह पन्नू और सविन्दर सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह चुनाव दौरान किए वादे तहित सभी किसानों के कर्ज माफी के वादे को पूरा करें, अन्यथा किसान संघर्ष कमेटी सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोलकर संघर्ष पर उतर जाएगी।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने सरकार बनने से पहले लिखित में किसानों के सभी तरह के 85 हजार करोड़ रुपये के कर्ज (बैकों, आढ़तियों से संबंधित) माफ करने का वादा किया था। परन्तु सरकार बनने के तीन महीने बाद ही विधानसभा के इजलास में सीएम ने 5 एकड़ से कम भूमि वाले किसानों का दो लाख रुपये का कर्ज माफ करने का बयान दिया है। यह पंजाब के किसानों के साथ वादा खिलाफी है। क्योंकि इससे मुख्यमंत्री ने जो ऐलान किया है उसे महज 12 हजार करोड़ रुपये का फसली कर्ज ही माफ हो पाएगा। बल्कि किसानों पर कमर्शियल,प्राइवेट, बैंकों,आढ़तियों और साहूकारों के बाकी 73 हजार करोड़ रुपये का कर्ज किसानों पर रहेगा। उन्होंने कहा कि यदि पूरे कर्ज को माफ नहीं किया जाता तो बेबसी के आलम में कर्जदार किसान आत्महत्या जैओं के मामले बढ़ने के आसारगे।
उन्होंने कहा कि सरकार का यह फरमान को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि जल्द ही कोर कमेटी की बैठक में किसान विरोधी नीतियों विरुद्ध आर पार की लड़ाई और संघर्ष की रुप रेखा त्यार की जाएगी। उन्होंने किसानों से अपील की कि वह किसी भी तरह का कर्ज बापिस हरगिज़ ना करें क्योंकि किसानी व्यवसाय घोर आर्थिक संकट के दौर में से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि 2 लाख किसान परिवार कर्ज के कारण खेती से किनारा कर मजदूरी तक करने को विवश हो चुके हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कर्जदार किसानों की भूमि की कुर्की नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि गांव - गांव किसानों को संगठित कर सरकार विरुद्ध मोर्चा खोल दिया जाएगा। उन्होंने सीएम पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह से मांग की कि वह चुनाव मनोरथ पत्र के अनुसार अपने वायदों को पूरा करें। और डॉ स्वामी नाथन रिपोर्ट को जल्द लागू किया जाए।
इस अवसर पर संगठन नेता जत्थेदार परमजीत सिंह खालसा,ऐडवोकेट सतनाम सिंह मोमी,गुरप्रीत सिंह गोपी,बलजिंदर सिंह कालेवाल, सुखविंदर सिंह मसीता,हीरा सिंह शेखमांगा,गुरमुख सिंह भारोआना, शेर सिंह मसीता,प्यारा सिंह शिकारपुर,बिल्ला मीरें,संदीप पाल, सुखविंदर सिंह शाहजहांपुर,हाकम सिंह,वीर सिंह डल्ला,लाली प्रधान डल्ला,जुगराज सिंह सांगरा, गुरदीप सिंह अजाद,जसवंत सिंह लोहियां,गुरचमन लाल,अजीत सिंह,जग्गा मुंशी शेखमांगा,दारा सिंह बूसोवाल,राजदीप सिंह पम्मना,गुरदेव सिंह,बलजीत सिंह, सरबजीत सिंह,मलकीत सिंह प्रधान,नरिंदर सिंह थिंद,मास्टर साधू सिंह शिकारपुर आदि उपस्थित थे।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने सरकार बनने से पहले लिखित में किसानों के सभी तरह के 85 हजार करोड़ रुपये के कर्ज (बैकों, आढ़तियों से संबंधित) माफ करने का वादा किया था। परन्तु सरकार बनने के तीन महीने बाद ही विधानसभा के इजलास में सीएम ने 5 एकड़ से कम भूमि वाले किसानों का दो लाख रुपये का कर्ज माफ करने का बयान दिया है। यह पंजाब के किसानों के साथ वादा खिलाफी है। क्योंकि इससे मुख्यमंत्री ने जो ऐलान किया है उसे महज 12 हजार करोड़ रुपये का फसली कर्ज ही माफ हो पाएगा। बल्कि किसानों पर कमर्शियल,प्राइवेट, बैंकों,आढ़तियों और साहूकारों के बाकी 73 हजार करोड़ रुपये का कर्ज किसानों पर रहेगा। उन्होंने कहा कि यदि पूरे कर्ज को माफ नहीं किया जाता तो बेबसी के आलम में कर्जदार किसान आत्महत्या जैओं के मामले बढ़ने के आसारगे।
उन्होंने कहा कि सरकार का यह फरमान को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि जल्द ही कोर कमेटी की बैठक में किसान विरोधी नीतियों विरुद्ध आर पार की लड़ाई और संघर्ष की रुप रेखा त्यार की जाएगी। उन्होंने किसानों से अपील की कि वह किसी भी तरह का कर्ज बापिस हरगिज़ ना करें क्योंकि किसानी व्यवसाय घोर आर्थिक संकट के दौर में से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि 2 लाख किसान परिवार कर्ज के कारण खेती से किनारा कर मजदूरी तक करने को विवश हो चुके हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कर्जदार किसानों की भूमि की कुर्की नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि गांव - गांव किसानों को संगठित कर सरकार विरुद्ध मोर्चा खोल दिया जाएगा। उन्होंने सीएम पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह से मांग की कि वह चुनाव मनोरथ पत्र के अनुसार अपने वायदों को पूरा करें। और डॉ स्वामी नाथन रिपोर्ट को जल्द लागू किया जाए।
इस अवसर पर संगठन नेता जत्थेदार परमजीत सिंह खालसा,ऐडवोकेट सतनाम सिंह मोमी,गुरप्रीत सिंह गोपी,बलजिंदर सिंह कालेवाल, सुखविंदर सिंह मसीता,हीरा सिंह शेखमांगा,गुरमुख सिंह भारोआना, शेर सिंह मसीता,प्यारा सिंह शिकारपुर,बिल्ला मीरें,संदीप पाल, सुखविंदर सिंह शाहजहांपुर,हाकम सिंह,वीर सिंह डल्ला,लाली प्रधान डल्ला,जुगराज सिंह सांगरा, गुरदीप सिंह अजाद,जसवंत सिंह लोहियां,गुरचमन लाल,अजीत सिंह,जग्गा मुंशी शेखमांगा,दारा सिंह बूसोवाल,राजदीप सिंह पम्मना,गुरदेव सिंह,बलजीत सिंह, सरबजीत सिंह,मलकीत सिंह प्रधान,नरिंदर सिंह थिंद,मास्टर साधू सिंह शिकारपुर आदि उपस्थित थे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
कपूरथला
पंजाब से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement