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मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल बनी जीवन का वरदान, मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना ने दिया ढाई लाख गंभीर रोगियों को नया जीवन

योजना का दायरा बढ़ा, इलाज सुगम हुआ
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि योजना में सबसे पहले कैंसर के 73 नए डे केयर पैकेज जोड़े गए। इसके बाद इसमें चरणबद्ध रूप से जीरियाट्रिक केयर पैकेज, किशोरों के मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के लिए पैकेज, ओरल कैंसर, विशेष योग्यजनों के लिए नए पैकेज,रोबोटिक सर्जरी,न्यूरो सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी एण्ड स्किन ट्रांसप्लाट, कार्डियोथोरेसिक एण्ड वेस्कुलर सर्जरी तथा आयुष सहित अन्य पैकेज शामिल किए गए और पिछली योजना में 1800 पैकेज के मुकाबले इसमें करीब 2200 पैकेज हो गए। योजना का दायरा बढ़ने से गंभीर रोगियों को उपचार लेने में आसानी हुई और लोगों का जीवन बचाना संभव हो सका।
गंभीर रोगियों को मिला 2 हजार करोड़ रुपये का कैशलेस इलाज
राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्यारेंस एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरजीलाल अटल ने बताया कि विगत करीब डेढ़ वर्ष के समय में ही इस योजना के तहत लगभग ढाई लाख गंभीर रोगियों को करीब 1900 करोड़ रूपए का कैशलेस उपचार उपलब्ध करवाया गया है। इनमें हृदय रोग के 1 लाख 23 हजार, कैंसर के 96 हजार, डायलिसिस के 20 हजार, डायबिटीज के 6700, कॉकलियर इम्पलांट के 452, बोनमेरो ट्रांसप्लांट के 300, किडनी ट्रांस्पलांट के 760 एवं लीवर ट्रांसप्लांट के 77 रोगी शामिल हैं। कैंसर रोगियों को करीब 800 करोड़, हृदय रोगियों को करीब 850 करोड़ एवं डायलिसिस के रोगियों को करीब 200 करोड़ रूपए की लागत से कैशलेस उपचार उपलब्ध करवाया गया है।
अब तक 6 हजार करोड़ रुपये व्यय
योजना में वर्तमान में 1 करोड 34 लाख़ परिवार पंजीकृत हैं। राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में घोषित 132 नवीन पैकेज योजना में जोड़े हैं। मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत 19 फरवरी 2024 से 03 अक्टूबर 2025 तक 50 लाख से ज्यादा रोगियों को करीब 6 हजार करोड़ रुपये का कैशलेस उपचार मिल चुका है।
अंग प्रत्यारोपण की सुविधा दूसरे राज्यों में भी, हवाई टिकट फ्री
योजना में अंग प्रत्यारोपण का राज्य में निःशुल्क उपचार उपलब्ध है, जबकि अन्य राज्यों में अंग प्रत्यारोपण करवाए जाने पर व्यय राशि का पैकेज की सीमा राशि तक पुनर्भरण एवं मरीज एवं एक परिजन को हवाई यात्रा टिकट का भी पुनर्भरण किया जाता है। योजनान्तर्गत राज्य के बाहर के पात्र मरीजों को भी प्रदेश में उपचारित किया जा रहा है एवं अन्य राज्यों मे उपचार देने हेतु आउट बाउण्ड पोर्टेबिलिटी पर कार्यवाही जारी है।
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