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बीकानेर में मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने वोट परेड को दिखाई हरी झंडी, देखें तस्वीरें
बीकानेर । राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट परिसर से ‘वोट परेड’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने प्रतिभागियों को शत-प्रतिशत मतदान की शपथ दिलाई तथा स्वीप गतिविधियों से संबंधित पुस्तक एवं पोस्टर का विमोचन किया। कुमार ने मतदाता जागरुकता हस्ताक्षर बोर्ड पर हस्ताक्षर किए तथा प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। उन्होंने जिले में संचालित स्वीप गतिविधियों की सराहना की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 29 अप्रैल और 6 मई को राजस्थान में होने वाले लोकसभा आम चुनाव में मतदाता निर्बाध रूप से अपने मताधिकार का उपयोग कर सके, इसके लिए सभी मतदान केन्द्रों पर बिजली, पानी, छाया सहित समस्त आधारभूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। दिव्यांग मतदाताओं को घर से बूथ तक लाने-ले जाने के लिए स्वयंसेवक नियुक्त किए जाएंगे। उन्होंने गत विधानसभा चुनावों में मतदान केन्द्रों में की गई व्यवस्थाओं के बारे में बताया तथा कहा कि इस बार और बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदाताओं को जागरुक करने के लिए शहर से लेकर गांवों तक स्वीप गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। प्रत्येक जिले में वोट मैराथन, प्रभात फेरी, शपथ, प्रदर्शनी आयोजन सहित अनेक नवाचार हो रहे हैं। इनका मुख्य उद्देश्य प्रत्येक मतदाता को मतदान केन्द्र तक पहुंचने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने निर्वाचन को लोकतंत्र का महाउत्सव तथा मताधिकार को सबसे बड़ा अधिकार बताया। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में एक बार यह मौका मिलता है। प्रत्येक मतदाता पूर्ण उत्साह के साथ इसमें भागीदारी निभाएं।
जिला निर्वाचन अधिकारी कुमारपाल गौतम ने स्वीप के तहत संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में ई-संकल्प और ‘सेल्फी विद काकोसा’ जैसे नवाचार किए गए हैं। मतदाताओं को ईवीएम-वीवीपैट की जानकारी दी जा रही है। मतदाता जागरुकता रथों के माध्यम से गांव-गांव, ढाणी-ढाणी के मतदाताओं को जागरुक किया जा रहा है। पिछले चुनावों में न्यून मतदान प्रतिशत वाले क्षेत्रों में विशेष फोकस रखा जा रहा है। इन क्षेत्रों में मतदाता संवाद की श्रृंखला प्रारम्भ की गई है।
‘वोट परेड’ से दिया शत-प्रतिशत मतदान का संदेश
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने ‘वोट परेड’ को रवाना किया। परेड में एनसीसी की 1 राज बटालियन और 7 राज बटालियन के कैडेट्स, स्काउट-गाइड और राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों ने भागीदारी निभाई। परेड में 1 राज बटालियन के सजे-धजे घोड़े तथा इनके माध्यम से मताधिकार के उपयोग का संदेश आकर्षण का केन्द्र रहा। कलक्ट्रेट से रवाना होकर विभिन्न मार्गों से होते हुए राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पहुंची।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 29 अप्रैल और 6 मई को राजस्थान में होने वाले लोकसभा आम चुनाव में मतदाता निर्बाध रूप से अपने मताधिकार का उपयोग कर सके, इसके लिए सभी मतदान केन्द्रों पर बिजली, पानी, छाया सहित समस्त आधारभूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। दिव्यांग मतदाताओं को घर से बूथ तक लाने-ले जाने के लिए स्वयंसेवक नियुक्त किए जाएंगे। उन्होंने गत विधानसभा चुनावों में मतदान केन्द्रों में की गई व्यवस्थाओं के बारे में बताया तथा कहा कि इस बार और बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदाताओं को जागरुक करने के लिए शहर से लेकर गांवों तक स्वीप गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। प्रत्येक जिले में वोट मैराथन, प्रभात फेरी, शपथ, प्रदर्शनी आयोजन सहित अनेक नवाचार हो रहे हैं। इनका मुख्य उद्देश्य प्रत्येक मतदाता को मतदान केन्द्र तक पहुंचने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने निर्वाचन को लोकतंत्र का महाउत्सव तथा मताधिकार को सबसे बड़ा अधिकार बताया। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में एक बार यह मौका मिलता है। प्रत्येक मतदाता पूर्ण उत्साह के साथ इसमें भागीदारी निभाएं।
जिला निर्वाचन अधिकारी कुमारपाल गौतम ने स्वीप के तहत संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में ई-संकल्प और ‘सेल्फी विद काकोसा’ जैसे नवाचार किए गए हैं। मतदाताओं को ईवीएम-वीवीपैट की जानकारी दी जा रही है। मतदाता जागरुकता रथों के माध्यम से गांव-गांव, ढाणी-ढाणी के मतदाताओं को जागरुक किया जा रहा है। पिछले चुनावों में न्यून मतदान प्रतिशत वाले क्षेत्रों में विशेष फोकस रखा जा रहा है। इन क्षेत्रों में मतदाता संवाद की श्रृंखला प्रारम्भ की गई है।
‘वोट परेड’ से दिया शत-प्रतिशत मतदान का संदेश
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने ‘वोट परेड’ को रवाना किया। परेड में एनसीसी की 1 राज बटालियन और 7 राज बटालियन के कैडेट्स, स्काउट-गाइड और राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों ने भागीदारी निभाई। परेड में 1 राज बटालियन के सजे-धजे घोड़े तथा इनके माध्यम से मताधिकार के उपयोग का संदेश आकर्षण का केन्द्र रहा। कलक्ट्रेट से रवाना होकर विभिन्न मार्गों से होते हुए राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पहुंची।
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