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लॉरेंस गैंग को बड़ा झटका : गैंग की माया मैडम सहित अब तक 7 गिरफ्तार, अवैध हथियार और कारतूस बरामद
गिरफ्तारी के बाद की पूछताछ में पुलिस ने गैंग के अन्य आपराधिक गतिविधियों का भी खुलासा किया है। गैंग के सदस्य अवैध हथियारों की तस्करी, मादक पदार्थों की सप्लाई, और व्यापारियों को फिरौती के लिए धमकी देने जैसे अपराधों में लिप्त थे। विशेष रूप से, महिला सदस्य सीमा मल्होत्रा उर्फ रेणु उर्फ माया, गैंग के भीतर एक अहम कड़ी थी, जो जेल में बंद गैंगस्टरों से निर्देश लेकर उन्हें अवैध कार्यों में संलग्न कराती थी और फिरौती की रकम इकट्ठा करने का काम भी करती थी।
महिला गैंग सदस्य की गिरफ्तारी और गैंग की गतिविधियां
सीमा मल्होत्रा, जिसे गैंग में "माया मैडम" के नाम से जाना जाता है, रोहित गोदारा, गोल्डी बराड और अन्य मुख्य अपराधियों के साथ मिलकर गैंग के विभिन्न सदस्यांे को निर्देश देती थी। सीमा ने स्वीकार किया कि वह खुद जेल में जाकर गैंगस्टरों से मुलाकात करती थी और उनके कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए जानकारी इकट्ठा करती थी। वह यह भी तय करती थी कि किसकी जमानत करनी है, किस वकील को भेजना है और गैंग के अन्य कार्यों के लिए कौन सा कदम उठाना है।
गैंग के अन्य गिरफ्तार सदस्य और उनके कार्य
गिरफ्तार किए गए अन्य अभियुक्तों में योगेश सैनी, मोहम्मद अकील मंसूरी, हरेन्द्र विश्नोई उर्फ राकेश, दीपक सैन और हरेन शैलेष उर्फ डेविल राजा शामिल हैं। इन अभियुक्तों में से दीपक सैन और हरेन विश्नोई ने गैंग के लिए फिरौती वसूली, हथियारों की तस्करी और मादक पदार्थों की सप्लाई का काम किया। वहीं, हरेन उर्फ डेविल राजा गैंग का शूटर था और व्यापारियों को धमकाकर उन्हें गोलियों से डराता था।
अब तक हुई गिरफ्तारियां और बरामद सामग्री
इस कार्यवाही में अब तक कुल सात गैंग सदस्य गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने तीन देशी कट्टे, एक पिस्टल, एक मैगजीन और सात कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस ने बताया कि इस गैंग ने विभिन्न राज्यों में अपराधों को अंजाम दिया था और कई मामलों में गिरफ्तारी से पहले ही इन्फॉर्मेशन प्राप्त कर ली थी।
गैंग के नेटवर्क की चौंकाने वाली सच्चाई
पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि इस गैंग ने न केवल राजस्थान, बल्कि दिल्ली, हरियाणा और गुजरात जैसे राज्यों में भी अपना नेटवर्क फैला रखा था। सीमा मल्होत्रा की भूमिका ने इस नेटवर्क को एक साथ जोड़े रखा, जिससे गैंग के सदस्य आपस में मिलकर विभिन्न अपराधों को अंजाम देते थे। उसने यह भी बताया कि भटिंडा जेल में फोन से बातचीत न हो पाने के कारण, वह खुद वहां जाकर गैंग के कार्यों को अंजाम देती थी।
पुलिस की ओर से कार्रवाई की सराहना
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) राशी डोगरा डूडी ने इस बड़ी कार्रवाई की सराहना की और कहा कि शहर के व्यापारियों और आम जनता को ऐसे गैंग्स से सुरक्षा प्रदान करना पुलिस की प्राथमिकता है। पुलिस ने बताया कि वे इस गैंग के बाकी सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं और इनकी गतिविधियों को कड़ी निगरानी में रखा जाएगा।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम : योगेश सैनी 28 साल, जयपुर, मोहम्मद अकील मंसुरी 31 साल, जयपुर, हरेन्द्र विश्नोई उर्फ राकेश 20 साल, नागौर, दीपक सैन 26 साल, हिसार, हरियाणा, सीमा मल्होत्रा उर्फ रेणु उर्फ माया 50 साल, दिल्ली, हरेन शैलेष उर्फ डेविल राजा, 22 साल, राजकोट, गुजरात, सचिन वर्मा 22 साल, हिसार, हरियाणा शामिल हैं।
पुलिस टीम : हरिओम सिंह, थानाधिकारी, माया मीणा, उ.नि., आशा मीणा, उ.नि., मनोज कुमार, कानि., संदीप कुमार, कानि., राजूराम, कानि., नन्नूराम, कानि., नवीन राणा कानि. शामिल है।
इस कार्रवाई के बाद, पुलिस ने गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए अभियान तेज कर दिया है और इनकी आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए रणनीतियाँ बनानी शुरू कर दी हैं।
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