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भरतपुर के डॉक्टर ने आगरा में बेहोशी की दवा का ओवरडोज लेकर की खुदकुशी, बेटी को फोन पर कहा- "मैं 2 मिनट का मेहमान हूं",
डॉक्टर राजकुमार चौधरी भरतपुर के अटल बंद थाना क्षेत्र में स्थित अपने SR हॉस्पिटल में काम करते थे। मंगलवार सुबह वह एक केस में गवाही देने के लिए भरतपुर से बयाना कोर्ट गए थे और दोपहर में घर लौटे। शाम को वह अचानक आगरा के लिए रवाना हो गए, जहाँ उन्होंने गंगा रतन इलाके के होटल ताज व्यू में कमरा नंबर 309 लिया।
सुसाइड से कुछ समय पहले डॉक्टर राजकुमार ने अपनी बेटी को कॉल कर आखिरी बार बात की। उन्होंने कहा, "मैं 2 मिनट का मेहमान हूं, अपना और मां का ध्यान रखना।" बेटी ने उनकी यह बात सुनते ही परिवार को सूचना दी, जिसके बाद परिजन तुरंत पुलिस के पास पहुंचे। डॉक्टर की लोकेशन ट्रैक करने के बाद परिवार आगरा के होटल में पहुंचा, जहां उनका शव मिला।
पुलिस को होटल के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, लेकिन उसकी सामग्री का अभी तक खुलासा नहीं किया गया है। परिवार के अनुसार, डॉक्टर राजकुमार और उनकी पत्नी सीमा चौधरी के बीच मंगलवार को किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद वह आगरा निकल गए। आगरा में ही उनका ससुराल भी है।
डॉक्टर राजकुमार पहले आरबीएम अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट थे, लेकिन स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) लेकर उन्होंने अपना SR हॉस्पिटल खोल लिया था। उनकी पत्नी सीमा चौधरी भी डॉक्टर हैं और उनके साथ काम कर रही थीं।
बुधवार को आगरा पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिवार को सौंप दिया। पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है और सुसाइड नोट की जांच भी की जा रही है, ताकि इस दर्दनाक घटना के पीछे की सच्चाई का पता लगाया जा सके।
इस घटना ने स्थानीय लोगों और चिकित्सा समुदाय को झकझोर दिया है। डॉक्टर राजकुमार चौधरी की आत्महत्या के कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन उनके अंतिम शब्द और सुसाइड नोट से यह स्पष्ट होता है कि उनके जीवन में कुछ गंभीर तनाव थे।
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