Advertisement
मनाली में बाढ़ प्रभावितों को मुहैया कराई बुनियादी जरूरतें
तोरुल रवीश ने मीडिया को बताया कि बाढ़ के कारण महिला मंडल भवन और हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट दोनों को नुकसान पहुंचा है। यह पानी अंजनी महादेव की ओर से आया है। प्रशासन स्थिति का जायजा ले रहा है और बाढ़ प्रभावित तीन परिवारों के 13 लोगों के लिए अस्थायी तौर पर स्कूल में रहने की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि प्रभावितों को बुनियादी जरूरतें मुहैया कराई जा रही हैं और उन्हें स्थायी निवास देने पर विचार किया जा रहा है। बाढ़ से प्रभावित राष्ट्रीय राजमार्ग 3 पर यातायात को एक तरफ से बंद कर दिया गया है क्योंकि वहां जलस्तर अधिक है।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि स्थानीय लोगों और पर्यटकों से भी अनुरोध किया गया है कि वे अभी ऐसी जगहों पर जाते समय सावधानी बरतें। मौसम की चेतावनी देखने के बाद ही अपनी यात्रा की योजना बनाएं।
उन्होंने बताया कि रोहतांग सुरंग के मार्ग को नुकसान पहुंचने के कारण ऐसा हुआ है। हम इस पर काम कर रहे हैं। इस पर काबू पाने में दो-तीन दिन का समय लगेगा।
वहीं, मनाली में बाढ़ आने से पानी पलचान पुल के ऊपर से बहने लगा, जिससे सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। साथ ही पुल पर बड़े-बड़े पत्थर और मलबा जमा हो गया। पुल के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। इससे मनाली-लेह हाईवे पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है।
हिमाचल के सिरमौर जिले में गुरुवार को भीषण भूस्खलन हुआ है। यह भूस्खलन नेशनल हाईवे 707 पर चिल्लन के पास हुआ है। इसके चलते यातायात बाधित हो गया है। हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। पत्थर के टुकड़े गिरने से कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पहाड़ दरकने के कारण यह हादसा हुआ है।
स्थानीय प्रशासन मलबा हटाने में जुटा है। राजमार्ग पर यातायात बहाल होने में काफी समय लग सकता है। अधिकारियों ने लोगों से दूसरा रास्ता तलाशने को कहा है। भूस्खलन के कारण लोगों को इस रास्ते से दूर रहने की सलाह दी गई है।
सिरमौर जिला प्रशासन ने यात्रियों से धैर्य रखने और यातायात कर्मियों के निर्देशों का पालन करने को कहा है। राजमार्ग से मलबा जल्द से जल्द हटाने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही यातायात बहाल कर दिया जाएगा।
--आईएएनएस
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
कुल्लू
हिमाचल प्रदेश से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement