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बरेली हिंसा केस: अब तक 83 गिरफ्तार, तौकीर रजा के करीबियों पर एक और FIR

इस फर्जी पत्र का उद्देश्य 26 सितंबर को मौलाना तौकीर रजा के धरने में लोगों को बुलाना, प्रशासन को भ्रमित करना और शहर की शांति को भंग करना था। लियाकत ने साफ किया कि न तो उनका आईएमसी से कोई लेना-देना है और न ही वे उस दिन धरने में शामिल हुए थे। लियाकत ने यह भी बताया कि घटना के दिन वे अपने गांव में ही मौजूद थे और उनके गांव से भी कोई धरने में नहीं गया।
उधर, बरेली हिंसा के मास्टरमाइंड माने जा रहे मौलाना तौकीर रजा के करीबी डॉ. नफीस खान के अवैध बारातघर पर प्रशासन ने कार्रवाई की है। रविवार को बचे हुए हिस्से को भी बुलडोजर से ढहा दिया गया। इसके साथ ही तौकीर रजा को शरण देने के आरोप में फरहत के घर पर भी जल्द बुलडोजर चल सकता है।
बरेली उपद्रव केस में अब तक 126 नामजद लोगों पर केस दर्ज हो चुका है और 83 की गिरफ्तारी हो चुकी है।
दरअसल 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद काफी संख्या में 'आई लव मोहम्मद' के पोस्टर लेकर जमा हो गए थे। इसके विरोध के बाद हालात बिगड़ गए और दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई थी। हालात को संभालने के लिए पुलिस को सड़क पर उतरना पड़ा।
घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंसा में शामिल लोगों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
--आईएएनएस
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