Advertisement
पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री ने किया आरोग्य मेले का शुभारंभ
बांसवाड़ा। उदयपुर संभाग स्तरीय आरोग्य मेला बांसवाड़ा जिले के कुशलबाग मैदान में शुक्रवार से प्रारंभ हुआ। मेले का शुभारम्भ पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री धनसिंह रावत ने किया। समारोह की अध्यक्षता आयुर्वेद विभाग निदेशक स्नेहलता पंवार ने की, जबकि नगरपरिषद सभापति मंजुबाला पुरोहित विशिष्ट अतिथि थीं।
इस अवसर पर पंचायती राज्यमंत्री रावत ने कहा कि वर्तमान युग में स्वस्थ जीवन जीने के लिए आयुर्वेद का अपनाना आवश्यक है। नियमित योग करके रोग भगाएं और स्वस्थ जीवन जीएं। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान आयुर्वेद के विशेषज्ञों द्वारा दिए जा रहे परामर्श को ज्यादा से ज्यादा अपनाएं।
विशिष्ट अतिथि डॉ. महेश दीक्षित ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आयुर्वेद की उपलब्धियां संभावना व चुनौतियों के विषय में जानकारी दी। प्रो. बाबूलाल सैनी ने औषध निर्माण विषय पर व्याख्यान दिया। अजीत गांधी ने जिले के आयुर्वेद विभाग का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर उन्होंने जनजाति बहुल बांसवाड़ा के लिए 50 शैयाओं से सुसज्जित आयुर्वेद चिकित्सालय की मांग की। मेले का विशेष आकर्षण कोटा के मनोज शर्मा द्वारा संचालित आयुर्वेद न्युरोपैथी चिकित्सा रही। संचालन पीयूष जोशी व संगीता वाकड़े ने किया। राकेश पंड्या ने आभार ज्ञापित किया।
बांसवाड़ा आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक अजीत गांधी ने बताया कि आरोग्य मेला 5 फरवरी तक प्रातः 11 से रात 8 बजे तक चलेगा। प्रातः 7 से 8 बजे उदयपुर प्राकृतिक चिकित्सालय के विद्या आचार्य द्वारा योग कराया जाएगा। आरोग्य मेले के पहले दिन आयुर्वेद में 410, न्यूरोपैथी में 230, होम्योपैथी में 190 व यूनानी चिकित्सा में 180 रोगियों की जांचकर, परामर्श दिया गया। संभाग स्तरीय आरोग्य मेले में उदयपुर के डॉ. शौभालाल औदिच्य, डॉ. राजीव भट्ट, डॉ. सुभाष अग्रवाल, डॉ. विजय शुक्ला, डॉ. पुष्करलाल, डॉ. नंदराम चौधरी, डॉ. मदनलाल जोशी व डॉ. महेन्द्र आर्य आदि ने भी सेवाएं दीं।
इस अवसर पर पंचायती राज्यमंत्री रावत ने कहा कि वर्तमान युग में स्वस्थ जीवन जीने के लिए आयुर्वेद का अपनाना आवश्यक है। नियमित योग करके रोग भगाएं और स्वस्थ जीवन जीएं। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान आयुर्वेद के विशेषज्ञों द्वारा दिए जा रहे परामर्श को ज्यादा से ज्यादा अपनाएं।
विशिष्ट अतिथि डॉ. महेश दीक्षित ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आयुर्वेद की उपलब्धियां संभावना व चुनौतियों के विषय में जानकारी दी। प्रो. बाबूलाल सैनी ने औषध निर्माण विषय पर व्याख्यान दिया। अजीत गांधी ने जिले के आयुर्वेद विभाग का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर उन्होंने जनजाति बहुल बांसवाड़ा के लिए 50 शैयाओं से सुसज्जित आयुर्वेद चिकित्सालय की मांग की। मेले का विशेष आकर्षण कोटा के मनोज शर्मा द्वारा संचालित आयुर्वेद न्युरोपैथी चिकित्सा रही। संचालन पीयूष जोशी व संगीता वाकड़े ने किया। राकेश पंड्या ने आभार ज्ञापित किया।
बांसवाड़ा आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक अजीत गांधी ने बताया कि आरोग्य मेला 5 फरवरी तक प्रातः 11 से रात 8 बजे तक चलेगा। प्रातः 7 से 8 बजे उदयपुर प्राकृतिक चिकित्सालय के विद्या आचार्य द्वारा योग कराया जाएगा। आरोग्य मेले के पहले दिन आयुर्वेद में 410, न्यूरोपैथी में 230, होम्योपैथी में 190 व यूनानी चिकित्सा में 180 रोगियों की जांचकर, परामर्श दिया गया। संभाग स्तरीय आरोग्य मेले में उदयपुर के डॉ. शौभालाल औदिच्य, डॉ. राजीव भट्ट, डॉ. सुभाष अग्रवाल, डॉ. विजय शुक्ला, डॉ. पुष्करलाल, डॉ. नंदराम चौधरी, डॉ. मदनलाल जोशी व डॉ. महेन्द्र आर्य आदि ने भी सेवाएं दीं।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
बांसवाड़ा
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement