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भ्रूण लिंग परीक्षण करते चिकित्सक सहित अस्पताल संचालक गिरफ्तार
बांसवाड़ा। राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ ने रविवार को बांसवाड़ा में मदारेश्वर रोड स्थित आसमां हॉस्पिटल एवं सोनोग्राफी सेंटर में 102वां सफल डिकॉय ऑपरेशन कर भ्रूण लिंग परीक्षण करते हुए स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. देवप्रिय अशोक कुमार पंडा एवं अस्पताल संचालक मजहर शेख को गिरफ्तार किया है। इस दौरान वहां काम में ली गई सोनोग्राफी मशीन भी जब्त कर ली गई।
उल्लेखनीय है कि भ्रूण लिंग परीक्षण में लिप्त डॉक्टर को रंगे हाथों पकड़ने की योजना के तहत राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ द्वारा 28 इंटरस्टेट सहित अब तक कुल 102 डिकॉय ऑपरेशन किए जा चुके हैं।
अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन ने बताया कि बांसवाड़ा स्थित आसमां हॉस्पिटल एवं सोनोग्राफी सेंटर में गर्भवती महिलाओं की भ्रूण लिंग परीक्षण की सूचना मिल रही थी। सूचना की पुष्टि के बाद डिकॉय ऑपरेशन की रूपरेखा बनाई गई। उन्होंने बताया कि निर्धारित रणनीति के अनुसार रविवार को डिकॉय गर्भवती महिला व सहयोगी को डिकॉय राशि देकर मुखबिर के माध्यम से चिकित्सक डॉ. देवप्रिय के पास भेजा गया। चिकित्सक ने डिकॉय गर्भवती महिला की सोनोग्राफी से पूर्व डिकॉय के 20 हजार रुपए अपने पास ही खड़े अस्पताल संचालक मजहर शेख को देने को कहा। राशि लेने के बाद चिकित्सक ने सोनोग्राफी कर भ्रूण लिंग की जानकारी दी। इसके बाद इशारा मिलते ही डिकॉय टीम ने आरोपी चिकित्सक एवं अस्पताल संचालक को गिरफ्तार कर सोनोग्राफी मशीन जब्त कर ली।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर सिंह के नेतृत्व गठित इस डिकॉय टीम में सीआई श्रीराम बड़सरा, कांस्टेबल देवेन्द्र सिंह, शंकरलाल, लालूराम, चित्तौड़गढ़ के पीसीपीएनडीटी समन्वयक शरीफ इकबाल, प्रतापगढ़ के संदीप शर्मा व बांसवाड़ा के हरिकांत शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि भ्रूण लिंग परीक्षण में लिप्त डॉक्टर को रंगे हाथों पकड़ने की योजना के तहत राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ द्वारा 28 इंटरस्टेट सहित अब तक कुल 102 डिकॉय ऑपरेशन किए जा चुके हैं।
अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन ने बताया कि बांसवाड़ा स्थित आसमां हॉस्पिटल एवं सोनोग्राफी सेंटर में गर्भवती महिलाओं की भ्रूण लिंग परीक्षण की सूचना मिल रही थी। सूचना की पुष्टि के बाद डिकॉय ऑपरेशन की रूपरेखा बनाई गई। उन्होंने बताया कि निर्धारित रणनीति के अनुसार रविवार को डिकॉय गर्भवती महिला व सहयोगी को डिकॉय राशि देकर मुखबिर के माध्यम से चिकित्सक डॉ. देवप्रिय के पास भेजा गया। चिकित्सक ने डिकॉय गर्भवती महिला की सोनोग्राफी से पूर्व डिकॉय के 20 हजार रुपए अपने पास ही खड़े अस्पताल संचालक मजहर शेख को देने को कहा। राशि लेने के बाद चिकित्सक ने सोनोग्राफी कर भ्रूण लिंग की जानकारी दी। इसके बाद इशारा मिलते ही डिकॉय टीम ने आरोपी चिकित्सक एवं अस्पताल संचालक को गिरफ्तार कर सोनोग्राफी मशीन जब्त कर ली।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर सिंह के नेतृत्व गठित इस डिकॉय टीम में सीआई श्रीराम बड़सरा, कांस्टेबल देवेन्द्र सिंह, शंकरलाल, लालूराम, चित्तौड़गढ़ के पीसीपीएनडीटी समन्वयक शरीफ इकबाल, प्रतापगढ़ के संदीप शर्मा व बांसवाड़ा के हरिकांत शामिल थे।
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