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जागरूकता सप्ताह के तहत आमजन को बताया कार्डियक अरेस्ट के समय सीपीआर का महत्व

उन्होंने बताया कि सीपीआर में छाती पर दबाव से रक्त का संचार बना रहता है और रेस्क्यू ब्रीद्स से शरीर में ऑक्सीजन जाती रहती इसमें प्रशिक्षण और अभ्यास आवश्यक हैं ताकि सीपीआर सही और प्रभावी तरीके से किया जा सके। जल्द सीपीआर देने से दिल का दौरा पड़ने के बाद जीवित रहने की संभावना बढ़ती है। सीपीआर रक्त का प्रवाह बनाए रखती है। इससे मस्तिष्क और अन्य अंगों तक ऑक्सीजन युक्त रक्त पहुँचता रहता है, जिससे जीवित रहने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। इससे मस्तिष्क को नुकसान कम होता है। जिन मरीजों को समय पर सीपीआर दिया जाता है, वे लंबे समय में बेहतर रूप से स्वस्थ हो पाते हैं। उनका जीवन स्तर और दिल की कार्यक्षमता बेहतर रहती है।
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