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अब्ताही और अंशराह ने रखा पहला रोज़ा
बीकानेर। सादात-ज़ैदी ख़ानदान के दो बच्चों ने अपना पहला रोज़ा रख कर बारगाह-ए-इलाही में मोमिन होने का शुक्राना अदा किया। बीकानेर के रहने वाले सैयद सरफ़राज़ अली ज़ैदी और सैयदा हुदा फ़ातिमा ज़ैदी के दो बच्चों सात साल की सैयदा अंशराह फ़तिमा ज़ैदी और नौ साल के सैयद अब्ताही अली ज़ैदी ने माह-ए-रमज़ान आने से पहले ही रोज़ा रखने का एहद किया था और मुक़द्दस माह के शुरू होते ही रोज़ा रख कर अपना एहद पूरा किया।
दोनों बच्चे अपने माँ-बाप के साथ सुबह तीन बजे सेहरी के लिए उठे और सेहरी के बाद फजर की नमाज़ के साथ ही दिन भर इबादतों में मशगूल रहे। शाम को इफ़्तार के इन्तेज़ार में उनकी ख़ुशी देखते ही बनती थी। जैसे ही मग़रिब की अज़ान हुई तो दोनों बच्चों सैयदा अंशराह फ़तिमा ज़ैदी और सैयद अब्ताही अली ज़ैदी ने रोज़ा इफ़्तार कर अल्लाह की बारगाह में सजदा-ए-शुक्र अदा किया।
दोनों बच्चों के पहला रोज़ा रखने पर दादा सैयद दिलशाद अली ज़ैदी और दादी सैयदा फ़रज़ाना ज़ैदी ने भी मुबारकबाद दी है।
दोनों बच्चे अपने माँ-बाप के साथ सुबह तीन बजे सेहरी के लिए उठे और सेहरी के बाद फजर की नमाज़ के साथ ही दिन भर इबादतों में मशगूल रहे। शाम को इफ़्तार के इन्तेज़ार में उनकी ख़ुशी देखते ही बनती थी। जैसे ही मग़रिब की अज़ान हुई तो दोनों बच्चों सैयदा अंशराह फ़तिमा ज़ैदी और सैयद अब्ताही अली ज़ैदी ने रोज़ा इफ़्तार कर अल्लाह की बारगाह में सजदा-ए-शुक्र अदा किया।
दोनों बच्चों के पहला रोज़ा रखने पर दादा सैयद दिलशाद अली ज़ैदी और दादी सैयदा फ़रज़ाना ज़ैदी ने भी मुबारकबाद दी है।
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बीकानेर
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