जापान से यूपी आएंगे करीब ढाई सौ सीईओ, निवेश की संभावना तलाशंगे

को-ओसादा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावना तलाशने जापान से करीब 250 सीईओ आएंगे। सुदृढ़ कानून व्यवस्था और सुशासन के बलबूते आर्थिक प्रगति पर तेजी से बढ़ रहे उत्तर प्रदेश में जापान का प्रतिनिधिमंडल निवेश की संभावनाओं को देखेगा। इससे उत्तर प्रदेश के युवाओं को रोजगार में भी काफी मदद मिलेगी। वे उत्तर प्रदेश के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों को मजबूत करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
सीएम और उपराज्यपाल के मध्य हुई वार्ता में ग्रीन हाइड्रोजन पर विशेष रूप से चर्चा हुई। इसमें बताया गया कि ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर उत्तर प्रदेश और यामानासी प्रीफेक्चर के मध्य समझौता होगा और यहां सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा। इसमें जापानी तकनीक का उपयोग होगा। अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन कराने पर भी चर्चा हुई, जिसमें दुनियाभर के हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी और इसके उपयोग में रुचि रखने वाले प्रतिनिधि भी उपस्थिति रहेंगे। हरित हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी में यामानासी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के छात्रों को औद्योगिक प्रौद्योगिकी का अध्ययन करने का अवसर प्रदान करेगा।
को-ओसादा ने बताया कि उत्तर प्रदेश पर्यटन की दृष्टि से असीमित संभावनाओं वाला राज्य है। यहां बौद्ध धर्म से जुड़े पर्यटन स्थलों पर जापानी पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए बुद्धिस्ट सर्किट की भूमिका काफी अहम है। जापान से अधिकांश श्रद्धालु और आमजन बुद्धिस्ट सर्किट के अंतर्गत गौतम बुद्ध से जुड़ी जगहों (सारनाथ, कुशीनगर, श्रावस्ती आदि) पर आना चाहते हैं। यामानासी प्रांत के लोगों को बुद्धिस्ट सर्किट आने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाएगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ और को-ओसादा के मध्य यूपी के युवाओं के लिए जापान और यामानासी प्रांत में रोजगार की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। साथ ही जापानी भाषा का ज्ञान और अन्य ट्रेड के विषय में भी बात हुई। यह तय हुआ कि युवाओं को विभिन्न ट्रेड्स में कौशल प्रशिक्षण कराकर वहां भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि अध्ययन करने के लिए आने वाले छात्रों को यामानासी प्रीफेक्चर छात्रवृत्ति भी प्रदान करेगा।
--आईएएनएस
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