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पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बनाई जाएगी नई पर्यटन नीति : विश्वेन्द्र सिंह
पुष्कर। राजस्थान में वर्ष 2018 में लगभग 5.19 करोड़ देशी एवं विदेशी पर्यटक आए। प्रस्तावित नई पर्यटन नीति एवं अन्य उपायों की वजह से अगले 5 वर्षों में राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़कर 10 करोड़ हो जाने का अनुमान है। यह बात राजस्थान सरकार के पर्यटन मंत्री, विश्वेन्द्र सिंह ने पुष्कर के होटल आराम बाग में इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए) के आठवें एनुअल कन्वेंशन के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर कही। इस अवसर पर आईएचएचए की कॉफी टेबल बुक के 5 वें संस्करण का विमोचन भी किया गया। वर्तमान में हेरिटेज होटलों को काफी रियायतें प्रदान की जा रही है, जिनमें भूमि का नि:शुल्क रूपांतरण, सड़क की चौड़ाई के मानदंडों में छूट, पार्किंग की छूट प्रमुख है।
नई पर्यटन नीति के साथ इस क्षेत्र को और अधिक प्रोत्साहन व बढ़ावा मिलने की गुंजाइश है। पर्यटन मंत्री ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य में नई पर्यटन इकाइयों की स्थापना के लिए किसी भी प्रकार का अनुमोदन प्राप्त करने की आवश्यकता को समाप्त करने के आदेश जारी किए गए हैं। इनमें हेरिटेज होटल भी शामिल हैं, जो शुरूआती तीन वर्ष तक एमएसएमई निवेश सीमा के तहत आते हैं।
विश्वेन्द्र सिंह ने आगे कहा कि जैसलमेर, जोधपुर, बाड़मेर एवं बीकानेर में हस्तशिल्प, मिट्टी के बर्तन, लोक संगीत एवं नृत्य जैसी कलाओं को पुनर्जीवित करने के लिए यूनेस्को के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
महाराष्ट्र में निवेश एवं पर्यटन क्षमताओं की बात करते हुए महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री, जयकुमार जितेन्द्रसिंह रावल ने कहा कि पर्यटन के विभिन्न दृष्टिकोण के अनुसार महाराष्ट्र को पांच क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है। इनमें नागपुर क्षेत्र अपने जंगल एवं बाघ अभयारण्य के लिए जाना जाता है। औरंगाबाद ऐतिहासिक स्थलों के लिए, नासिक धार्मिक स्थलों के लिए और कोल्हापुर किलों के लिए और कोंकण डॉल्फिन के लिए जाना जाता है। इसके अलावा महाराष्ट्र राज्य में छह पर्यटन समारोह भी आयोजित किए जाते हैं, जिनमें ऑरेंज फेस्टिवल व मुम्बई मेला शॉपिंग फेस्टिवल प्रमुख है। राज्य के लिए बॉलीवुड पर्यटन भी एक प्रमुख आकर्षण है।
इससे पूर्व अपने स्वागत भाषण में आईएचएचए के प्रेसीडेंट, महाराजा गज सिंह जोधपुर ने कहा कि आईएचएचए देशभर में 206 सदस्यों के साथ एक नए मुकाम पर पहुंच चुका है। इस वर्ष कई इवेंट मैनेजरों को एक मंच पर लाने का प्रयास भी किया गया है। हेरिटेज होटल अब वेडिंग्स, फिल्म शूटिंग जैसे आयोजनों पर निर्भर हो रहे हैं। इवेंट मैनेजरों के साथ वार्ता से होटल मालिकों को इस प्रकार के आयोजनों में काफी लाभ होगा।
मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के निदेशक (इन्वेस्टमेंट प्रमोशन), ए.के राजोरिया ने मध्य प्रदेश में पर्यटन के पांच डब्ल्यू के बारे में बताया की, जो- वर्ल्ड हेरिटेज, वर्शिप, वाटर, वाइल्ड लाइफ और वंडर ऑफ नेचर हैं। आईएचएचए के महासचिव, रणधीर विक्रम सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
कन्वेंशन के तहत दिनभर विभिन्न विषयों पर प्रजेंटेशन दिए गए, जिनमें जल भागीरथी फाउंडेशन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, कनुप्रिया हरीश द्वारा जल भागीरथी फाउंडेशन पर, महाराजा गजसिंह जोधपुर द्वारा आर्ट ऑफ फ्रेंचाइजिंग एंड बीइंग द महाराजा फॉर योर रीजन, इंडेको लीजर होटल्स के सीएमडी व आईएचएचए के वाइस प्रेसीडेंट, स्टीव बोर्जिया द्वारा लुकिंग एट नेचर एंड रूरल टूरिज्म एज एन अपॉर्चुनिटी एंड डवलपमेंट पर, आईएचएचए के संयुक्त सचिव, गज सिंह अलसीसर द्वारा क्रिएटिंग हेरिटेज पर और रणधीर विक्रम सिंह द्वारा कीपिंग द फ्लॉक टुगेदर एंड फ्यूचर प्लांस विषय पर प्रजेंटेशन दिया गया।
नई पर्यटन नीति के साथ इस क्षेत्र को और अधिक प्रोत्साहन व बढ़ावा मिलने की गुंजाइश है। पर्यटन मंत्री ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य में नई पर्यटन इकाइयों की स्थापना के लिए किसी भी प्रकार का अनुमोदन प्राप्त करने की आवश्यकता को समाप्त करने के आदेश जारी किए गए हैं। इनमें हेरिटेज होटल भी शामिल हैं, जो शुरूआती तीन वर्ष तक एमएसएमई निवेश सीमा के तहत आते हैं।
विश्वेन्द्र सिंह ने आगे कहा कि जैसलमेर, जोधपुर, बाड़मेर एवं बीकानेर में हस्तशिल्प, मिट्टी के बर्तन, लोक संगीत एवं नृत्य जैसी कलाओं को पुनर्जीवित करने के लिए यूनेस्को के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
महाराष्ट्र में निवेश एवं पर्यटन क्षमताओं की बात करते हुए महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री, जयकुमार जितेन्द्रसिंह रावल ने कहा कि पर्यटन के विभिन्न दृष्टिकोण के अनुसार महाराष्ट्र को पांच क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है। इनमें नागपुर क्षेत्र अपने जंगल एवं बाघ अभयारण्य के लिए जाना जाता है। औरंगाबाद ऐतिहासिक स्थलों के लिए, नासिक धार्मिक स्थलों के लिए और कोल्हापुर किलों के लिए और कोंकण डॉल्फिन के लिए जाना जाता है। इसके अलावा महाराष्ट्र राज्य में छह पर्यटन समारोह भी आयोजित किए जाते हैं, जिनमें ऑरेंज फेस्टिवल व मुम्बई मेला शॉपिंग फेस्टिवल प्रमुख है। राज्य के लिए बॉलीवुड पर्यटन भी एक प्रमुख आकर्षण है।
इससे पूर्व अपने स्वागत भाषण में आईएचएचए के प्रेसीडेंट, महाराजा गज सिंह जोधपुर ने कहा कि आईएचएचए देशभर में 206 सदस्यों के साथ एक नए मुकाम पर पहुंच चुका है। इस वर्ष कई इवेंट मैनेजरों को एक मंच पर लाने का प्रयास भी किया गया है। हेरिटेज होटल अब वेडिंग्स, फिल्म शूटिंग जैसे आयोजनों पर निर्भर हो रहे हैं। इवेंट मैनेजरों के साथ वार्ता से होटल मालिकों को इस प्रकार के आयोजनों में काफी लाभ होगा।
मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के निदेशक (इन्वेस्टमेंट प्रमोशन), ए.के राजोरिया ने मध्य प्रदेश में पर्यटन के पांच डब्ल्यू के बारे में बताया की, जो- वर्ल्ड हेरिटेज, वर्शिप, वाटर, वाइल्ड लाइफ और वंडर ऑफ नेचर हैं। आईएचएचए के महासचिव, रणधीर विक्रम सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
कन्वेंशन के तहत दिनभर विभिन्न विषयों पर प्रजेंटेशन दिए गए, जिनमें जल भागीरथी फाउंडेशन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, कनुप्रिया हरीश द्वारा जल भागीरथी फाउंडेशन पर, महाराजा गजसिंह जोधपुर द्वारा आर्ट ऑफ फ्रेंचाइजिंग एंड बीइंग द महाराजा फॉर योर रीजन, इंडेको लीजर होटल्स के सीएमडी व आईएचएचए के वाइस प्रेसीडेंट, स्टीव बोर्जिया द्वारा लुकिंग एट नेचर एंड रूरल टूरिज्म एज एन अपॉर्चुनिटी एंड डवलपमेंट पर, आईएचएचए के संयुक्त सचिव, गज सिंह अलसीसर द्वारा क्रिएटिंग हेरिटेज पर और रणधीर विक्रम सिंह द्वारा कीपिंग द फ्लॉक टुगेदर एंड फ्यूचर प्लांस विषय पर प्रजेंटेशन दिया गया।
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