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उदयपुर में 82 साल के कटारिया का जन्मदिन : श्रद्धा, सम्मान और पार्टी गुटबाजी का मिक्स

अपने संबोधन में कटारिया ने कहा, “एक दिन में छह मंडलों के कार्यक्रम रख दिए, अब 82 साल में थोड़ी थकान तो आती है। गर्दन झुकाना बहुत कठिन होता है, क्योंकि हम सीधे अकड़ कर खड़े हैं। फिर भी हम कार्यकर्ता के आगे गर्दन झुकाते हैं, क्योंकि वे हमसे बड़े हैं।” उन्होंने उदयपुर का नाम रोशन करने का अपना प्रयास और पिछले 45 वर्षों से जन्मदिन पर मंदिरों में दर्शन करने की परंपरा का भी जिक्र किया।
राज्यपाल ने सुबह अपने घर पर आए लोगों से मुलाकात की और इसके बाद मंदिरों में पूजा-अर्चना की। शहर में उनके दो दिवसीय प्रवास के दौरान एक दर्जन से अधिक कार्यक्रम तय हैं।
इस बार जन्मदिन आयोजनों में राजनीतिक झलक भी देखने को मिली। शहर विधायक ताराचंद जैन और शहर जिलाध्यक्ष गजपाल सिंह के बीच चल रही गुटबाजी चर्चाओं में रही। शहर के ज्यादातर चौराहों पर विधायक जैन ने जन्मदिन की बधाई के होर्डिंग्स लगवाए, जबकि अधिकांश मंडलों ने कोई कार्यक्रम नहीं रखा।
कुछ पारंपरिक आयोजनों में बदलाव भी हुए। सगसजी बावजी मंदिर में निवर्तमान डिप्टी मेयर पारस सिंघवी के कार्यक्रम में संयोजक बदला गया, जबकि सुभाष चौराहे पर होने वाला कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। अतुल चंडालिया ने व्यक्तिगत स्तर पर पारिवारिक स्नेहभोज आयोजित किया।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, जन्मदिन आयोजनों की कमी और मंडल स्तर की गुटबाजी का असर इस बार स्पष्ट देखा गया।
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