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पेडल टू जंगल का छठा संस्करण गोरमघाट से शुरू

-प्रतिभागियों को मेवाड़-मारवाड़ के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों से करवाया जाएगा रूबरू
उदयपुर। शुक्रवार को पेडल टू जंगल का छठा संस्करण गोरमघाट से शुरू हुआ।
कार्यक्रम संयोजक भटनागर ने बताया कि सराहना करते हुए उसके साथ सेल्फी लेकर हौंसलाफजाई की। इस बार पेडल टू जंगल का छठा संस्करण गोरमघाट से शुरू हुआ और मेवाड़ के मैराथन के रूप में लोकप्रिय दिवेर के विजय क्षेत्र पर समाप्त होगा। पीटीजे-6 के प्रतिभागियों को जंगली पहाड़ी रास्तों में साइकिल चलाने के साथ-साथ अरावली की हसीन वादियों के साथ मेवाड़-मारवाड़ के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों से रूबरू करवाया जाएगा।
यह रहेगा आगे का सफर
भटनागर ने बताया कि शुक्रवार 3 फरवरी को संभागी सुबह 6 बजे बस से रवाना होकर पिटस्टॉप रेस्तरां खामलीघाट पहुंचे। वहां अल्पाहार के बाद साइकिल का सफर शुरू हुआ। साइकिल प्रेमी पिपली, मेडिया, काछबली, गोमटाडा होते हुए गोरम पहुंचे। कुछ देर विश्राम के बाद गोरम से शुरू होकर फुलाद, कामली चौराया काली घाटी होते हुए भीलबेरी होते हुए रेनिया डैम पहुंचे। रेनिया डेम पर कैम्पिंग और लंच और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। 4 फरवरी को यह सफर पुनः रेनिया से शुरू होकर करवारा खेड़ा कल्याणपुरा सीमल तक चलेगा, जहां साइकिल प्रेमी स्थानीय समुदायों के स्कूली छात्रों के साथ बातचीत करेंगे। तत्पश्चात वन ट्रैकिंग के लिए मैलीमाता जंबू माता पहुंचगे और यहां से सतपलिया युद्ध स्मारक व्यू पॉइंट व छापली होते हुए मेवो का मथारा (विजय स्थल) पहुंचेंगे जहां स्थानीय भ्रमण व व्याख्यान कार्यक्रम होगा। यहा विजय स्थल के इतिहास के बारे में इतिहासविद् एस.एस.उपाध्याय प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे। संध्याकाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। 5 फरवरी को सुबह 9 बजे यह दल मेवंों का मथारा से देवगढ़ के लिए प्रस्थान करेगा जहां समापन समारोह होगा।
उदयपुर। शुक्रवार को पेडल टू जंगल का छठा संस्करण गोरमघाट से शुरू हुआ।
कार्यक्रम संयोजक भटनागर ने बताया कि सराहना करते हुए उसके साथ सेल्फी लेकर हौंसलाफजाई की। इस बार पेडल टू जंगल का छठा संस्करण गोरमघाट से शुरू हुआ और मेवाड़ के मैराथन के रूप में लोकप्रिय दिवेर के विजय क्षेत्र पर समाप्त होगा। पीटीजे-6 के प्रतिभागियों को जंगली पहाड़ी रास्तों में साइकिल चलाने के साथ-साथ अरावली की हसीन वादियों के साथ मेवाड़-मारवाड़ के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों से रूबरू करवाया जाएगा।
यह रहेगा आगे का सफर
भटनागर ने बताया कि शुक्रवार 3 फरवरी को संभागी सुबह 6 बजे बस से रवाना होकर पिटस्टॉप रेस्तरां खामलीघाट पहुंचे। वहां अल्पाहार के बाद साइकिल का सफर शुरू हुआ। साइकिल प्रेमी पिपली, मेडिया, काछबली, गोमटाडा होते हुए गोरम पहुंचे। कुछ देर विश्राम के बाद गोरम से शुरू होकर फुलाद, कामली चौराया काली घाटी होते हुए भीलबेरी होते हुए रेनिया डैम पहुंचे। रेनिया डेम पर कैम्पिंग और लंच और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। 4 फरवरी को यह सफर पुनः रेनिया से शुरू होकर करवारा खेड़ा कल्याणपुरा सीमल तक चलेगा, जहां साइकिल प्रेमी स्थानीय समुदायों के स्कूली छात्रों के साथ बातचीत करेंगे। तत्पश्चात वन ट्रैकिंग के लिए मैलीमाता जंबू माता पहुंचगे और यहां से सतपलिया युद्ध स्मारक व्यू पॉइंट व छापली होते हुए मेवो का मथारा (विजय स्थल) पहुंचेंगे जहां स्थानीय भ्रमण व व्याख्यान कार्यक्रम होगा। यहा विजय स्थल के इतिहास के बारे में इतिहासविद् एस.एस.उपाध्याय प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे। संध्याकाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। 5 फरवरी को सुबह 9 बजे यह दल मेवंों का मथारा से देवगढ़ के लिए प्रस्थान करेगा जहां समापन समारोह होगा।
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