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प्रदेश के 2800 गांवों में 24 घंटे बिजली - मुख्यमंत्री
कैथल । हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कैथल में रोड-शो से पूर्व आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को निर्बाध बिजली उपलब्ध करवाने के लिए कृत संकल्प है और इसी दिशा में वर्तमान में प्रदेश के 2800 गांवों में 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है। इसी क्रम में एक साल के अंदर प्रदेश के शेष सभी गांवों में 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी।
मनोहर लाल ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि सरकार ने अपने 24 घंटे बिजली देने के वायदे को फलीभूत किया है। अब से पहले सभी सरकारों ने 24 घंटे बिजली देने की बात कही जरूर थी, लेकिन केवल पूर्व मुख्यमंत्री बंसी लाल ने 150 गांवों में अपने कार्यकाल में 24 घंटे बिजली दी थी। प्रदेश में पहली बार इतने बड़े स्तर पर निर्बाध बिजली उपलब्ध करवाने का फैसला लिया गया और लोगों को राउंड दी ब्लॉक बिजली दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 200 यूनिट तक भी बिजली की दरों में काफी कमी की है। पहले जहां उपभोक्ताओं को एक यूनिट की साढ़े 4 रुपये देने पड़ते थे, वहीं उपभोञ्चता अब 200 यूनिट तक 2 रुपए प्रति यूनिट बिजली की दर दे रहे हैं। इससे लोगों को 500 रुपए महीनें का लाभ हुआ है।
उन्होंने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले जिन लोगों के बिल न भरने के कारण बिजली के कनैक्शन कटे हुए थे। उनके कनैक्शन बहाल करने के लिए भी नई स्कीम चलाई गई, जिसके तहत यदि बीपीएल धारक एक साल का 1300 रुपए बिल भर देता है तो वह अपना कनैक्शन चालू करवा सकता है। इसके साथ-साथ 6 महीनों की अवधि में 200-200 रुपए की अदायगी करके भी बीपीएल के कनैक्शन को बहाल करवाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सत्ता में आने के बाद बिजली विभाग को 27 हजार करोड़ रुपए के घाटे से उबारा है। इसमें लोगों की ईच्छा शक्ति और प्रदेश की सकारात्मक सोच ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यही कारण रहा कि लोगों ने प्रदेश सरकार की अपील पर अपने बिजली के बिलों को जमा करवाया, जिससे लोगों को निर्बाध बिजली उपलब्ध हो सकी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के चार साल पूरे हो गए है और सरकार की उपलब्धियों को बताने का समय आ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच को आगे बढ़ाने के लिए सभी मंत्री, सांसद, विधायक और कार्यकर्ता आम जनता के बीच जाएं। लोगों की जीवन शैली को सरलीकरण करने का जो कार्य प्रदेश सरकार ने किया है, वह अब तक कोई सरकार नही कर पाई है। यह सरकार आम लोगों की स्वतंत्र सरकार है। हर किसी को अपनी बात सीना चौड़ा करके कहने का अधिकार है। राजशाही और खानदानी हुकुमत का समय समाप्त हो चुका है। लोगों ने राजनेताओं के चक्कर लगाने छोड़ दिए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार ने अध्यापकों के लिए ऑनलाईन तबादला नीति बनाई, ताकि अध्यापकों को अपने तबादलों के लिए चंडीगढ़ के चक्कर न काटने पड़े। यही नही जो अध्यापक आयु वर्ग में वरिष्ठï थे, उनको तबादलों में प्राथमिकता दी गई।
मनोहर लाल ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अब नौकरी में सिफारिश करने की जरूरत नही है, क्योंकि नौकरियां मैरिट के आधार पर दी जा रही है। जो सबसे ज्यादा मेहनतकश युवा होगा और पढ़ाई में अच्छे अंक ले रहा है, उसे समाज सेवा का अवसर नौकरी देकर दिया जा रहा है। भाई उदय सिंह किला परिसर में उपस्थित जनसमूह को देखकर गदगद हुए मुख्यमंत्री ने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और कहा कि भारत माता का जयघोष की गूंज पहले स्तर पर चंडीगढ़ और दूसरे स्तर पर दिल्ली के गलियारों पर पहुंचनी चाहिए। मुख्यमंत्री की हौसला अफजाई करने पर वहां मौजूद अपार जन समूह ने हाथ उठाकर अपनी सहमति व्यञ्चत करते हुए गगन भेदी नारा बुलंद कर दिया।
मनोहर लाल ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि सरकार ने अपने 24 घंटे बिजली देने के वायदे को फलीभूत किया है। अब से पहले सभी सरकारों ने 24 घंटे बिजली देने की बात कही जरूर थी, लेकिन केवल पूर्व मुख्यमंत्री बंसी लाल ने 150 गांवों में अपने कार्यकाल में 24 घंटे बिजली दी थी। प्रदेश में पहली बार इतने बड़े स्तर पर निर्बाध बिजली उपलब्ध करवाने का फैसला लिया गया और लोगों को राउंड दी ब्लॉक बिजली दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 200 यूनिट तक भी बिजली की दरों में काफी कमी की है। पहले जहां उपभोक्ताओं को एक यूनिट की साढ़े 4 रुपये देने पड़ते थे, वहीं उपभोञ्चता अब 200 यूनिट तक 2 रुपए प्रति यूनिट बिजली की दर दे रहे हैं। इससे लोगों को 500 रुपए महीनें का लाभ हुआ है।
उन्होंने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले जिन लोगों के बिल न भरने के कारण बिजली के कनैक्शन कटे हुए थे। उनके कनैक्शन बहाल करने के लिए भी नई स्कीम चलाई गई, जिसके तहत यदि बीपीएल धारक एक साल का 1300 रुपए बिल भर देता है तो वह अपना कनैक्शन चालू करवा सकता है। इसके साथ-साथ 6 महीनों की अवधि में 200-200 रुपए की अदायगी करके भी बीपीएल के कनैक्शन को बहाल करवाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सत्ता में आने के बाद बिजली विभाग को 27 हजार करोड़ रुपए के घाटे से उबारा है। इसमें लोगों की ईच्छा शक्ति और प्रदेश की सकारात्मक सोच ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यही कारण रहा कि लोगों ने प्रदेश सरकार की अपील पर अपने बिजली के बिलों को जमा करवाया, जिससे लोगों को निर्बाध बिजली उपलब्ध हो सकी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के चार साल पूरे हो गए है और सरकार की उपलब्धियों को बताने का समय आ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच को आगे बढ़ाने के लिए सभी मंत्री, सांसद, विधायक और कार्यकर्ता आम जनता के बीच जाएं। लोगों की जीवन शैली को सरलीकरण करने का जो कार्य प्रदेश सरकार ने किया है, वह अब तक कोई सरकार नही कर पाई है। यह सरकार आम लोगों की स्वतंत्र सरकार है। हर किसी को अपनी बात सीना चौड़ा करके कहने का अधिकार है। राजशाही और खानदानी हुकुमत का समय समाप्त हो चुका है। लोगों ने राजनेताओं के चक्कर लगाने छोड़ दिए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार ने अध्यापकों के लिए ऑनलाईन तबादला नीति बनाई, ताकि अध्यापकों को अपने तबादलों के लिए चंडीगढ़ के चक्कर न काटने पड़े। यही नही जो अध्यापक आयु वर्ग में वरिष्ठï थे, उनको तबादलों में प्राथमिकता दी गई।
मनोहर लाल ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अब नौकरी में सिफारिश करने की जरूरत नही है, क्योंकि नौकरियां मैरिट के आधार पर दी जा रही है। जो सबसे ज्यादा मेहनतकश युवा होगा और पढ़ाई में अच्छे अंक ले रहा है, उसे समाज सेवा का अवसर नौकरी देकर दिया जा रहा है। भाई उदय सिंह किला परिसर में उपस्थित जनसमूह को देखकर गदगद हुए मुख्यमंत्री ने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और कहा कि भारत माता का जयघोष की गूंज पहले स्तर पर चंडीगढ़ और दूसरे स्तर पर दिल्ली के गलियारों पर पहुंचनी चाहिए। मुख्यमंत्री की हौसला अफजाई करने पर वहां मौजूद अपार जन समूह ने हाथ उठाकर अपनी सहमति व्यञ्चत करते हुए गगन भेदी नारा बुलंद कर दिया।
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