Movie Review: Krack: Jeetega To Jeega – Weak plot, excellent action and stunts-m.khaskhabar.com
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Dec 4, 2024 11:35 am
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फिल्म समीक्षा : क्रैक: जीतेगा तो जिएगा—कमजोर कथानक, बेहतरीन एक्शन और स्टंट

khaskhabar.com : शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2024 11:34 AM (IST)
फिल्म समीक्षा : क्रैक: जीतेगा तो जिएगा—कमजोर
कथानक, बेहतरीन एक्शन और स्टंट
निर्माता : विद्युत जामवाल और अब्बास सैयद


निर्देशक : आदित्य दत्त


कलाकार : विद्युत
जामवाल, अर्जुन रामपाल, नोरा फतेही, एमी जैक्सन, अंकित मोहन, विजय आनंद एवं अन्य


कथा-पटकथा व संवाद: आदित्य
दत्त, रेहान खान, सरीम मोमिन, मोहिंद्र प्रताप सिंह


कोरियोग्राफर-
राजू खान, गणेश आचार्य


प्रोडक्शन
डिजाइनर- जूही तलमकी


जोनर-
स्पोर्ट्स थ्रिलर

पिछले कुछ समय से लगातार असफल फिल्में देते आ रहे अभिनेता विद्युत जामवाल ने अभिनय के साथ-साथ निर्माण में भी स्वयं को उतार लिया है। एक्शन हीरो फिल्मस के बैनर तले अब वे स्वयं अपनी फिल्मों का निर्माण कर रहे हैं। क्रैक : जीतेगा तो जिएगा उन्हीं के द्वारा निर्मित एक स्पोर्ट्स थ्रिलर फिल्म है। फिल्म का निर्देशन आदित्य दत्त ने किया है, जो कि इससे पहले विद्युत के साथ ‘कमांडो 3’ जैसी फिल्म बना चुके हैं। यह एक स्पोर्ट्स थ्रिलर फिल्म है, जिसमें दमदार एक्शन और स्टंट्स देखने के लिए मिलते हैं। साथ ही एक्टर का मुंबई वाला एक फुकरा अंदाज देखने के लिए मिलता है, जो कि अपने सपने के लिए जुनूनी होता है।

विद्युत जामवाल और अर्जुन रामपाल के साथ नोरा फतेही और एमी जैक्सन के अभिनय से सजी इस फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी इसकी कहानी है। इस कहानी को एक्शन व स्टंट के साथ जोड़कर बनाया गया है। इसमें मुंबई की झोपड़ पट्टी में रहने वाले एक ऐसे लड़के की कहानी को दिखाया गया है, जिसके सपने औकात से ज्यादा बड़े होते हैं। उन्हें पूरा करने के लिए वो कुछ भी करने को तैयार होता है। ये कहानी सिद्धार्थ (सिद, विद्युत जामवाल) की है, जिसे विरासत में स्पोर्ट्स मिला है। मगर पैसे कमाने की ललक उसे कहीं और ले जाती है। एक ऐसे मैदान की कहानी है, जिससे जिंदा लौटने का सवाल ही नहीं होता है। यहां केवल अर्जुन रामपाल के नियम और अलग दुनिया होती है। इस बीच रोमांस, एक्शन, तरह-तरह के स्टंट्स, इमोशन और ड्रामा देखने के लिए मिलता है। फिल्म की सबसे बड़ी खूबी इसका एक्शन और स्टंट हैं, जिन्होंने इस कमजोर कहानी को रोमांचक तरीके से परदे पर दर्शकों के लिए पेश किया है। इन एक्शन और स्टंट को देखने के लिए दर्शक कुर्सी से बंधा हुआ रहता है।

एक्शन सीक्वंस और स्टंट्स की बात की जाए तो इसमें आपको चलती ट्रेन से किए गए स्टंट्स, स्काई डाइविंग से लेकर पुल के टॉप पर साइकलिंग करते हुए विद्युत और अर्जुन को देख सकते हैं। फिल्म के एक्शन और स्टंट को देखने के बाद स्पष्ट रूप से यह कहा जा सकता है कि अब भारतीय सिनेमा इस मामले में हॉलीवुड फिल्मों को कड़ी टक्कर दे रहा है। फिर चाहे वो कार चेज हो, टॉप ऑफ बिल्डिंग स्टंट्स हो, स्काई डाइविंग हो, रोल ऑफ ब्लिडिंग हो या फिर बाइक चेज हो।


अगर ‘क्रैक’ में कलाकारों के अभिनय की बात की जाए तो स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि अर्जुन रामपाल ने अपने किरदार को जिस अंदाज के साथ पेश किया है वो विद्युत जामवाल पर काफी भारी पड़ा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि विद्युत शुरू से ही दर्शकों के सामने एक्शन करते आए हैं लेकिन अर्जुन रामपाल को पहली बार इस तरह के एक्शन और स्टंट करते हुए देखा गया है। इन दृश्यों को देखते हुए यह स्पष्ट होता है कि अर्जुन ने इनके लिए जबरदस्त मेहनत की है। उनके लुक और एक्शन को देखकर कहा जा सकता है कि उन्होंने इसमें एक मॉडर्न जमाने के विलेन की भूमिका अदा की है, जिसके पास सिक्स एब्स हैं, जो एक्शन-स्टंट्स करता है और माइंडेड होने के साथ-साथ पावरफुल भी हैं। दोनों ही स्टार्स ने अपने किरदार के साथ न्याय किया है। मगर विद्युत, अर्जुन के आगे कमजोर दिखते हैं।

फिल्म में दो नायिकाएँ हैं लेकिन इनको कुछ खास काम नहीं मिला है। नोरा जहाँ विद्युत की लव लेडी हैं वहीं दूसरी ओर एमी जैक्सन ने पुलिस अधिकारी की भूमिका में हैं, उसमें वो केवल अर्जुन के पीछे होती हैं मगर वो कुछ प्रूव नहीं कर पाती हैं। एमी का एक्शन सीक्वंस जरूर देखने के लिए मिलेगा। इसके साथ ही जॉनी लिवर की बेटी जैमी का सपोर्टिंग रोल होता है, जो आपको हंसाता है। अंकित मोहन ने विद्युत के भाई का रोल प्ले किया है, जो समय-समय पर बड़े भाई का फर्ज अदा करते हैं। फिल्म में विजय आनंद भी हैं, वो अर्जुन के पिता बने हैं।

बतौर निर्देशक आदित्य दत्त अब तक आशिक बनाया आपने, टेबल नम्बर 21 और कमांडो 3 सरीखी फिल्में बना चुके हैं। यहाँ उनका निर्देशन औसत है। वो कमजोर कहानी के साथ एक्शन और स्टंट को दिखाने में कामयाब रहे हैं। पर कुछ सीन्स ऐसे भी हैं, जो आपको निराश करते हैं। समझ में ही नहीं आता है कि आखिर ये क्या हो गया?

फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक और गीत फिल्म को रोमांचक बनाते हैं। बैकग्राउंड म्यूजिक सीन्स के साथ आपको कनेक्ट करते हैं। वहीं, फिल्म में गाने ‘तो क्या हुआ’ और ‘जीना हराम कर दिया’ काफी बेहतरीन है। ‘जीना हराम’ में आपको विद्युत और नोरा फतेही के बीच कमाल की केमिस्ट्री देखने के लिए मिलती है।


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