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अक्सर बाथरूम में ही दिल का दौरा क्यों पड़ता है?... कारण यहां जानिए

khaskhabar.com : सोमवार, 09 दिसम्बर 2024 11:47 PM (IST)
अक्सर बाथरूम में ही दिल का दौरा क्यों पड़ता है?... कारण यहां जानिए
र्दियों के दौरान हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट की घटनाएं काफी बढ़ जाती हैं। खासतौर पर बाथरूम में नहाने के दौरान हार्ट अटैक की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं। लेकिन क्यों? बाथरूम में यह जोखिम इतना अधिक क्यों है? विशेषज्ञों के मुताबिक, इस स्थिति के कारण और बचाव को जानना बहुत जरूरी है।

दिल का दौरा पड़ने के मुख्य कारण क्या हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट का मुख्य कारण शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर का बढ़ना है। अगर कोलेस्ट्रॉल 200 से ज्यादा हो तो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
कोलेस्ट्रॉल: यह एक प्रकार का वसा है जो आमतौर पर पशु खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। जो लोग नॉनवेज या उच्च डेयरी खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं उनमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने का खतरा अधिक होता है।
ट्राइग्लिसराइड्स: यह एक प्रकार का तेल है, जो बहुत अधिक मेवे, सूखे मेवे और तैलीय खाद्य पदार्थ खाने से शरीर में जमा हो सकता है।
इसका ख़तरा किसे ज़्यादा है?
उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर के मरीज। यदि रक्त शर्करा का स्तर अधिक है। अगर धूम्रपान, तम्बाकू या गुटखा खाने की आदत है। क्रोनिक तनाव दिल की समस्याओं के मुख्य कारणों में से एक है।
बाथरूम में दिल का दौरा पड़ने का क्या कारण है? बाथरूम दिल का दौरा आमतौर पर निम्न कारणों से होता है।
बहुत अधिक दबाव डालना: शौच या पेशाब के दौरान अत्यधिक दबाव के कारण शरीर स्वायत्त तंत्रिका तंत्र में असंतुलन उत्पन्न हो जाता है।
रक्तचाप में कमी: दबाव डालने से रक्तचाप में अचानक गिरावट आती है और मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप चक्कर आना या बेहोशी हो जाती है।
ठंडे पानी का प्रभाव: सर्दियों में शरीर पर अचानक ठंडा पानी डाला जाता है, जिससे हृदय पर रक्त पंप करने का दबाव पड़ता है, जिससे अटैक की संभावना बढ़ जाती है।
रोकथाम के तरीके:
पानी के उपयोग में सावधानियां: ठंड पानी डा इसकी जगह गुनगुने पानी का प्रयोग करें।
धीरे-धीरे नहाएं: अपने पूरे शरीर पर अचानक से पानी डालने की बजाय धीरे-धीरे पानी का इस्तेमाल करें।
दैनिक व्यायाम: रक्त संचार सामान्य रखने के लिए नियमित व्यायाम करें।
चिकित्सीय सलाह लें: यदि आपको उच्च रक्तचाप या मधुमेह है, तो नियमित जांच करवाएं। शरीर के संकेतों पर ध्यान दें: सीने में दर्द, चक्कर आना या असामान्य सांस लेने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें। उचित जागरूकता और नियमों से बाथरूम में दिल के दौरे को रोका जा सकता है। विशेष रूप से सर्दियों के दौरान अत्यधिक तनाव या ठंडे वातावरण से खुद को बचाएं।

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